निराश्रित गोवंशों को संरक्षित करने के साथ कान्हा गौशाला भूमि भी करें चिन्हित: अदिति सिंह

-नोडल अधिकारी अदिति सिंह ने किया गौ आश्रय स्थलों का निरीक्षण

गाजियाबाद। गौ आश्रय स्थलों मेंं बेहतर तरीके से गोवंशों को संरक्षित किए जाने एवं शहर में निराश्रित गोवंशों को संरक्षित करने के साथ कान्हा गौशाला के लिए भूमि चिन्हित की जाए। प्रदेश शासन की ओर से नामित नोडल अधिकारी एवं अपर आयुक्त वाणिज्यकर विभाग अदिति सिंह ने बुधवार को गौ आश्रय स्थलों का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को यह दिशा-निर्देश दिए। नोडल अधिकारी अदिति सिंह बुधवार को भोजपुर ब्लॉक के पट्टी में संचालित गौ आश्रय स्थल का निरीक्षण करने के लिए पहुंची। इनके साथ सीडीओ, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. महेश कुमार, खंड विकास अधिकारी एसके यादव, पशु चिकित्सा अधिकारी चुडिय़ाला डॉ. हेमंत गुप्ता, डॉ. अनुज कुमार आदि अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान गौ आश्रय स्थल में 151 गोवंश संरक्षित पाए गए। केंद्र पर पशुओं के लिए भूसा 100 क्विंटल भंडारण की व्यवस्था एवं 20 क्विंटल भूसा मौके पर मिला। जबकि 4 क्विंटल दाना,30 किलो मिनरल मिक्सचर उपलब्ध पाया गया। स्वच्छ पानी के लिए ट्यूबवैल चालू मिला। गौ आश्रय स्थल से 53 परिवारों को 74 गोवंश सुपुर्द किए गए। इनका नियमित परीक्षण किया जा रहा है। गौशाला में 12 केयरटेकर यानी श्रमिकों की ड्यूटी रोस्टर बनाकर लगाई जा रही है। इनका दिसंबर तक का भुगतान किया गया। नोडल अधिकारी अदिति सिंह ने निरीक्षण करते हुए गौ आश्रय स्थलों पर ड्रेनेज ठीक नहीं पाए जाने पर खंड विकास अधिकरी भोजपुर को निर्देश दिए नाली बनाकर ड्रेनेज व्यवस्था जल्द ठीक कराएं। वहीं, सर्दी से बचाव के लिए तिरपाल की व्यवस्था ठीक पाई गई। पशुओंं को ठंड से बचाव के लिए टाट,बोरे की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करें। वर्मी कंपोस्ट पिट क्रियाशील नहीं मिलने पर खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि वर्मी कंपोस्ट पिट को जल्द क्रियाशील कराया जाए। वहीं, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. महेश कुमार को निर्देश दिए कि मृत गोवंश की वित्तीय वर्ष- 2022-23 की संख्या उपलब्ध कराए।

मृत्यु दर का आंकलन करने के लिए निर्देशित किया। खंड विकास अधिकारी ने उन्हें अवगत कराया कि 50 गोवंश क्षमता वाले 1 शेड के निर्माण का प्रस्ताव है। इसकी जल्द व्यवस्था कर निर्माण कराया जाए। नोडल अधिकारी अदिति सिंह इसके बाद मोदीनगर नगर पालिका परिषद द्वारा संचालित कान्हा गौशाला का निरीक्षण करने के लिए पहुंची। निरीक्षण के दौरान सीडीओ, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, एसडीएम शुभांगी शुक्ला,उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.एके बर्नवाल आदि की मौजूदगी में कान्हा गौशाला का निरीक्षण किया। कान्हा गौशाला की स्थापना वर्ष-2019 में की गई। नोडल अधिकारी ने निरीक्षण के दौरान पाया कि 272 गोवंश इसमें संरक्षित पाए गए। पशुओं के लिए भूसा का भंडारण क्षमता 150 क्विंटल है।

मौके पर 80 क्विंटल भूसा,5 क्विंटल दाना,20 किलोग्राम मिनरल मिक्सचर उपलब्ध पाया गया।पानी के लिए ट्यूबवैल लगी है। चार चहरी बनी हुई है। गौ आश्रय स्थल से 8 परिवारों को 10 गोवंश सुपुर्द किए गए।सर्दी से बचाव की समुचित व्यवस्था मिली। रात में अलाव जलाए जा रहे हैं। नियमित पशुओं का परीक्षण किया जा रहा है। वहीं, गोवंश स्वस्थ पाए गए। वर्मी कंपोस्ट पिट क्रियाशील मिली। गौशाला में दो गोवंश की पिछले साल में मृत्यु हुई है। हरा चारा, भूसा, दाना, मिनरल मिक्सचर पशुओं को दिया जा रहा है। नोडल अधिकारी ने गौ आश्रय स्थल का निरीक्षण करते हुए नगर पालिका परिषद मोदीनगर के प्रतिनिधि को निर्देशित किया कि शहरी क्षेत्र के निराश्रित गोवंशों को संरक्षित किया जाए। वहीं, एसडीएम एवं मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए नगरीय क्षेत्र में अतिरिक्त कान्हा गौशाला के लिए भूमि चिन्हित कराकर इसका प्रस्ताव शासन को जल्द भेजा जाए।