लोकसभा चुनाव: शराब का इस्तेमाल रोकने के लिए आबकारी विभाग ने संभाला मोर्चा

शराब माफिया पर नजर रखेंगी पुलिस, आबकारी विभाग, राज्य कर विभाग एवं प्रशासन की संयुक्त टीमें
आबकारी विभाग, राज्य कर विभाग अधिकारियों के बीच हुई बैठक में समन्वय हुआ स्थापित
शराब तस्करों को जनपद से खदेड़ने के लिए एक-दुसरे की कार्रवाई में सहयोग करेंगी टीमें

गाजियाबाद। लोकसभा चुनाव एवं होली पर्व को लेकर आबकारी विभाग इन दिनों फुल एक्शन में है। होली पर्व व चुनाव शांतिपूर्ण के साथ ही निष्पक्ष तरीके से संपन्न हों, इसके लिए तमाम कवायदें की जा रही हैं। इसी के तहत जिला आबकारी विभाग भी जद्दोजहद में जुटा हुआ है। होली पर्व नजदीक आते ही और लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद गाजियाबाद में छोटे-बड़े शराब माफिया भी पूरी तरह से सक्रिय है। जहां शराब माफियाओं ने बाहरी राज्यों से सस्ती शराब लाकर स्टॉक करना शुरु कर दिया है। जिससे वह चुनावी माहौल में अवैध शराब को खपाकर चांदी काट सकें, लेकिन आबकारी विभाग की टीम ऐसे लोगों पर पैनी नजर बनाए है। अवैध रूप से शराब बेचने वाले के खिलाफ अभियान चला रही है। तमाम उम्मीदवार शराब के शौकीनों को मुफ्त में खान-पान की व्यवस्था करते हैं, शराब माफियाओं के जरिए पीने का इंतजाम किया जाता है।

लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार वोटरों को लुभाने के लिए प्रत्याशी कोई कसर नहीं छोड़ते है। जिससे दूसरे प्रत्याशी को मिलने वाला वोट उनके खाते में आ सकें। इसके लिए वोटरों का पूरा ध्यान रखा जाता है। लेकिन इन सबके बीच जिला आबकारी अधिकारी ने चुनाव एवं होली पर्व से पहले ही ऐसे शराब माफिया से निपटने के लिए अपनी रणनीति तैयार कर शराब माफिया के खिलाफ जंग छेड़ कर उनकी असली जगह पहुंचाने का काम शुरु कर दिया है। जिसके लिए जिले में 13 मार्च से 30 मार्च तक गाजियाबाद में विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। लोकसभा चुनाव में शराब माफिया पर नजर रखने और उनकी हर चाल पर नजर रखने व कार्रवाई करने के लिए पुलिस, आबकारी विभाग, राज्य कर विभाग एवं प्रशासन की संयुक्त टीमों का गठन किया गया है।

शनिवार को वाणिज्य कर विभाग एडिशनल कमिश्नर गोविंद सिंह बुधियाल एवं जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार ने सहायक आयुक्त सचलदल दुर्गेश कुमार त्रिपाठी, मोहम्मद अजीम राज्य कर अधिकारी सचलदल, अभिषेक मिश्रा राज्य कर अधिकारी सचलदल, मेहुल राज्य कर अधिकारी सचलदल, चिन्मय मिश्रा राज्य कर अधिकारी सचलदल, रामप्रताप सिंह राज्य कर अधिकारी सचलदल एवं आबकारी निरीक्षक राकेश त्रिपाठी, अखिलेश बिहारी वर्मा, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, मनोज शर्मा, आलोक कुमार सिंह के साथ बैठक कर आगामी लोकसभा चुनाव एवं होली पर्व को सकुशल संपन्न कराने को लेकर चर्चा हुई। बैठक में सचलदल इकाइयों एवं आबकारी विभाग के संयुक्त जांच पर विशेष कर बिहार/ झारखण्ड राज्य को जाने वाले परचून के वाहन का गहनता से जांच करें। राज्य कर/जीएसटी से सम्बन्धित चैकिंग में शराब/मदिरा का सामान मिलने पर आबकारी विभाग को बुलाकर सुपुर्द कराने के लिए कहा गया। सभी अधिकारियों/निरीक्षकों को निर्देश दिये गए कि राज्य कर विभाग के नामित अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए जांच की जाये। साथ ही निर्देश दिए गए कि जांच के समय किसी प्रकार की शिकायत प्राप्त नहीं होनी चाहिए। जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार ने बताया आगामी लोकसभा चुनाव एवं होली पर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए राज्य कर/जीएसटी की टीमों के साथ बैठक की गई।

बैठक का उद्देश्य था कि चेकिंग के दौरान सभी टीमें समन्वय बनाकर संयुक्त कार्रवाई करें। जिससे बाहरी राज्यों से आने वाली शराब को गाजियाबाद में रोकने के साथ-साथ बिहार/ झारखण्ड राज्य में भी जाने से रोका जा सकें। गाजियाबाद में चोरी-छिपे शराब तस्करी करने वाले तस्करों की भी सूची तैयार की गई है। साथ ही शराब तस्करी में लिप्त हाल ही में जेल गए तस्करों पर निगरानी रखने के लिए आबकारी निरीक्षकों को निर्देश दिए गए है। जिससे यह पता चल सके, शराब तस्करी में लिप्त तस्कर जेल से छूटने के बाद फिर से शराब तस्करी तो नहीं कर रहे है। राजमार्ग, राष्ट्रीय मार्ग पर चेकिंग के दौरान आबकारी विभाग के साथ अब राज्य कर/जीएसटी की टीमें भी अपना सहयोग देंगी। बाहरी राज्यों की शराब रोकने के लिए दो चेक पोस्ट बनाए गए है। भोपुरा और ट्रांसपोर्ट नगर पर बनाए गए चेक पोस्ट पर 2 एसी, 6 इंस्पेक्टर एवं 18 सिपाही समेत 26 लोगों की टीम को तैनात कर दिया गया है। जो 8-8 घंटे की शिफ्ट में 24 घंटे सक्रिय रहेंगी। दिल्ली से आने सभी वाहनों को चेक करने के बाद ही जिले में प्रवेश दिया जाएगा।

दुकान से बिकने वाली शराब की एक-एक बोतल का रखा जाएगा हिसाब

लोकसभा चुनाव एवं होली पर्व से पहले ही आबकारी विभाग की ओर से जिले भर में स्थित दुकान से बिकने वाली शराब की एक-एक बोतल का हिसाब लिया जा रहा है। रोजाना दुकानों की बिक्री और शेष स्टॉक का मिलान किया जा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी का कहना है कि इस कवायद का मकसद यही है कि चुनाव को प्रभावित करने के लिए शराब का इस्तेमाल न हो। चुनावों के दौरान मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए शराब का इस्तेमाल कोई नई बात नहीं है। कई बार राजनीतिक दल वोटरों को लुभाने के लिए अवैध तरीके से शराब बांटते है। चुनाव के दौरान अक्सर शराब की बिक्री में भी बढ़ोतरी देखी जाती है। इसी पर लगाम कसने के इरादे से आबकारी विभाग ने ये कदम उठाया है। आमतौर पर शराब की बिक्री का रिकॉर्ड माह के अंत में तैयार होता है। अनुज्ञापी माह के अंत में अपनी बिक्री व शेष स्टॉक का रिकॉर्ड भेजते हैं और फिर जिला स्तर से समग्र रिपोर्ट बनकर मुख्यालय तक भेजी जाती है। हालांकि चुनाव में इस बात की प्रबल आशंका होती है कि वोटरों को प्रभावित करने के लिए प्रत्याशियों या उनके समर्थकों की ओर से शराब का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसी पर रोक लगाने के लिए आबकारी विभाग की ओर से कमर कस ली गई है। इसके तहत विभाग ने जिले में बिकने वाली शराब की एक-एक बोतल का हिसाब लेना शुरू कर दिया है।

20 फीसदी से ज्यादा वृद्धि मिलने पर होगी जांच

रोजाना तैयार हो रही रिपोर्ट के जरिए इसकी निगरानी की जा रही है कि शराब की बिक्री में कहीं अप्रत्याशित उछाल तो नहीं आई। इसके लिए औसत बिक्री को आधार बनाया जा रहा है। 20 फीसदी से ज्यादा उछाल आने की स्थिति में जांच कराई जाएगी। जिसमें बिक्री में उछाल आने का कारण पूछा जाएगा। जवाब संतोषजनक न होने की स्थिति में यह मान लिया जाएगा कि कहीं न कहीं इसके पीछे चुनाव को प्रभावित करने की मंशा है। जिस पर कार्रवाई की जाएगी।

औचक निरीक्षण के लिए बनीं संयुक्त टीमें

बिक्री के रिकॉर्ड की नियमित मॉनिटरिंग के साथ ही अन्य उपाय भी किए गए हैं। आबकारी विभाग की टीमें अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार भ्रमणशील रहकर दुकानों पर औचक निरीक्षण करेंगी। इस दौरान रोजाना तैयार होने वाली रिपोर्ट और दुकान में उपलब्ध स्टॉक का भौतिक सत्यापन भी कराया जाएगा। अनियमितता मिलने पर संबंधित से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा और कार्रवाई की जाएगी।

संजय कुमार
जिला आबकारी अधिकारी

चुनाव में वोटरों को प्रभावित करने के लिए कहीं शराब का इस्तेमाल न हो, इसके लिए अवैध शराब के कारोबार पर रोक लगाने के साथ ही बिक्री और स्टॉक के रिकॉर्ड की रोजाना रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। कहीं भी अप्रत्याशित वृद्धि की सूचना मिलती है, तो संबंधित से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। संतोषजनक जवाब न मिलने पर कार्रवाई की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट प्रेषित कर दी जाएगी। अवैध शराब के निर्माण एवं परिवहन पर रोक लगाने के लिए टीमों द्वारा ईस्टन पेरिफेरल एक्सप्रेसवे डासना, दुहाई चेक पोस्ट, ज्ञानी बॉर्डर, महाराजपुर बॉर्डर, यूपी गेट, लोनी बॉर्डर व वजीराबाद बॉर्डर के अलावा दिल्ली से गाजियाबाद में प्रवेश के विभिन्न मार्गों पर दबिश एवं छापेमारी की कार्रवाई लगातार की जा रही है। मुखबिर के जरिए सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाती है। जनपद को शराब तस्करों के कब्जे से मुक्त रखने की मुहिम निरंतर चलाई जा रही है। इसमें कामयाबी भी मिल रही है। सभी आबकारी निरीक्षक गंभीरता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं।
-संजय कुमार
जिला आबकारी अधिकारी