लोनी विधान सभा क्षेत्र : 2017 में भाजपा ने तोड़ा था बसपा का वर्चस्व, सपा और रालोद की रणनीति भी रही थी असफल

गाजियाबाद। लोनी विधान सभा क्षेत्र में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। सभी राजनीतिक पार्टियां मिशन इलेक्शन में जुट गई हैं। दिल्ली से सटा यह विधान सभा क्षेत्र अक्सर सुर्खियों में रहता है। वर्ष-2017 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को पराजित कर यह सीट कब्जाई थी। भाजपा उम्मीदवार नंदकिशोर गुर्जर ने 42 हजार से ज्यादा मतों से बसपा उम्मीदवार जाकिर अली को मात दी थी। भाजपा के लिए जहां इस सीट को बचाए रखने की चुनौती है, वहीं बसपा सहित अन्य दल कोई बड़ा उलट फेर करने के मूड में हैं।

भाजपा ने लहराया था परचम 
पिछले कुछ समय से लोनी क्षेत्र अलग-अलग कारणों के चलते सुर्खियों में भी रहा है। लोनी विधान सभा क्षेत्र में 10 फरवरी को मतदान होना है। चुनाव की तारीख का ऐलान होने के बाद से क्षेत्र में सियासी सरगर्मी जोरों पर चल रही है। भाजपा, बसपा, कांग्रेस और सपा ने चुनावी तैयारियों पर ध्यान दिया है। वर्ष-2017 के विधान सभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा ने अपना परचम लहराया था। पिछले चुनाव में लोनी सीट से कुल 9 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे। जिनमें 7 पुरूष एवं 2 महिलाएं थीं।42 हजार से ज्यादा मतों से दी थी मात
जांचोपरांत 4 नामांकन पत्र खारिज कर दिए गए थे। चुनाव आते-आते मैदान में सिर्फ 4 प्रत्याशी रह गए थे। इनमें एक महिला थी। पिछले चुनाव में लोनी क्षेत्र में कुल 4 लाख 56 हजार 534 मतदाता पंजीकृत थे। जिनमें से 2 लाख 74 हजार 588 मतदाताओं ने मतदान किया था। पोलिंग प्रतिशत 60.12 रहा था। 11 फरवरी 2017 में मतदान प्रक्रिया संपन्न कराई गई थी। जबकि नतीजे 11 मार्च को घोषित किए गए थे। भाजपा उम्मीदवार नंदकिशोर गुर्जर को 1 लाख 13 हजार से अधिक और उनके निकटतम प्रतिद्धंदी बसपा के जाकिर अली को 70 हजार वोट मिल पाए थे। नंदकिशोर ने 42 हजार 813 मतों से जाकिर अली को मात दी थी।

विवादों से हमेशा रहा नाता
2022 में ऊंट किस करवट बैठेगा, यह देखना दिलचस्प रहेगा। लोनी विधान सभा क्षेत्र में अभी उम्मीदावारों का ऐलान होना बाकी है। नंदकिशोर गुर्जर पर भाजपा पुन: भरोसा रखेगी अथवा किसी नए चेहरे को मैदान में उतारा जाएगा, यह जल्द मालूम पड़ जाएगा। मौजूदा विधायक नंदकिशोर का विवादों से हमेशा नाता रहा है। कई बार वह पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों से भी सीधे टकराव करते नजर आए हैं। एक समय में नंदकिशोर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का करीबी भी माना जाता था। छात्र राजनीति से वह सक्रिय राजनीति में आकर सफल हुए हैं।

भाजपा में कम नहीं गुटबाजी
लोनी विधान सभा क्षेत्र में भाजपा में गुटबाजी भी कम नहीं है। मौजूदा विधायक नंदकिशोर गुर्जर और नगर पालिका चेयरमैन रंजीता धामा के बीच तल्खी खुलकर सामने आ चुकी हैं। इस सीट से भाजपा का टिकट लेने को कई दावेदार बताए जा रहे हैं। लोनी सीट को बचाने के लिए भाजपा को पहले से ज्यादा संघर्ष करना पड़ेगा। सपा-बसपा एवं कांग्रेस में इस क्षेत्र से कोई नामचीन चेहरा देखने को नहीं मिल रहा है।

2017 का चुनावी रिपोर्ट कार्ड
विजेता नंदकिशोर गुर्जर (भाजपा)-कुल 113088 वोट।
उप-विजेता जाकिर अली-(बसपा)-कुल 70275 वोट।
तृतीय मदन भैया-(रालोद)-कुल वोट 42539
चतुर्थ राशिद मलिक-(सपा)-कुल वोट 42302
पंचम-अमित कुमार-(आईएनडी)-कुल वोट 3808
छठवां-नोटा-कुल वोट 1663
सातवां-नसीम (आईएनडी)-कुल वोट 880
कुल वोट पड़े-274555
वोट प्रतिशत-60.12
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2012 का चुनावी रिपोर्ट कार्ड
विजेता जाकिर अली (बसपा)-कुल वोट 89603
उप-विजेता मदन भैया (रालोद)-कुल वोट 64355