एसडीजी ग्लोबल विश्वविद्यालय में रेखा देवी मेमोरियल हॉस्पिटल द्वारा चिकित्सा शिविर का आयोजन

विश्व स्वास्थ्य दिवस पर 36 रोगियों के हुए निशुल्क पैथोलॉजिकल टेस्ट

गाजियाबाद। विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर रेखा देवी मेमोरियल हॉस्पिटल डासना द्वारा एसडीजी ग्लोबल विश्वविद्यालय के प्रांगण में शुक्रवार को भव्य चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ प्रोफेसर डॉक्टर आर.के. खंडाल कुलाधिपति, एसडीजी विश्वविद्यालय द्वारा फीता काटकर एवं भगवान धन्वंतरि को माल्यार्पण कर के किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर शक्ति सिंह, कॉलेज आफ फार्मेसी की निदेशक डॉक्टर शालिनी शर्मा, स्कूल आफ फार्मेसी की प्राचार्य डॉ. अनीता सिंह और एसडीजी ग्लोबल यूनिवर्सिटी की डीन डा. विभा सिंह ने उपस्थित रहकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। शिविर में विश्व आयुर्वेद परिषद की गाजियाबाद शाखा से आये हुए डा. यूएस चौधरी, डा. संदीप गर्ग, डा. सुभाष गुप्ता, डा. रजत त्यागी, डा. श्रीकांत गौर, डा. जयपाल सिंह चौहान की उपस्थिति एवं सहयोग उल्लेखनीय रहा। कैंप में विभिन्न आयुर्वेदिक दवाओं की निर्माता फार्मास्यूटिकल कंपनियों द्वारा अपने-अपने उत्पादों के स्टॉल लगाए गए। जिसमें एमिल, बैद्यनाथ, डाबर, माहेश्वरी फार्मास्यूटिकल्स, एसजी फार्मास्यूटिकल्स इत्यादि कंपनियों के नाम उल्लेखनीय हैं।


विश्व आयुर्वेद परिषद ग़ाजिय़ाबाद के सहयोग से शिविर में आये 110 रोगियों में से 36 रोगियों के सभी पैथोलॉजिकल टेस्ट निशुल्क किए गए। दोपहर के समय एसडीजी ग्लोबल यूनिवर्सिटी के सेमिनार हॉल में आयोजित संभाषा परिषद में प्रोफेसर डॉक्टर आर.के. खंडाल जी, प्रोफेसर डॉक्टर शक्ति सिंह जी व अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर डायरेक्टर (एडमिन) महेश चंद्र गर्ग द्वारा अतिथियों का माल्यार्पण करके स्वागत किया गया और प्रशस्ति चिन्ह देकर उनका सम्मान किया गया। आगे के कार्यक्रम में इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य दिवस 2024 की थीम मेरा स्वास्थ्य मेरा अधिकार को लेकर सभी वक्ताओं ने अपने अपने विचार उपस्थित अतिथियों ,अध्यापकों और विद्यार्थियों के समक्ष रखे।

जहां कुलाधिपति डा. प्रोफेसर खंडाल ने स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद की महत्ता बताते हुए भारतीय संस्कारों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प दिलाया, वहीं कुलपति डा. प्रोफेसर शक्ति कुमार सिंह ने प्राचीन स्वास्थ्य विज्ञान के साथ- साथ वर्तमान समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की स्वास्थ्य के क्षेत्र में बढ़ती उपयोगिता पर प्रकाश डाला। इस भाषा में बाहर से आए, विश्व आयुर्वेद परिषद के राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर सुरेंद्र चौधरी ने स्वास्थ्य के अधिकार की बात करते हुए स्वास्थ्य को अपनी जिम्मेदारी बनाने का संकल्प लेने की ज़रूरत पर बल दिया। डॉक्टर सुभाष गुप्ता ने अपने वक्तव्य में आयुर्वेद में वर्णित जीवन पद्धति को अपनाने को समय की आवश्यकता बताया। गाजियाबाद के जाने माने अस्थि रोग विशेषज्ञ डा. राजीव आनंद ने मस्कुलोस्केलेटल डिसऑर्डर पर अपने विचार व्यक्त किए और उनसे बचने के उपाय बताए।
हॉस्पिटल के निदेशक डॉक्टर हरीश कपूर ने कार्यक्रम का संचालन किया एवं कैंप को सफल बनाने में सभी उपस्थित अतिथियों और अपने सहयोगियों डॉक्टर एस. मलिक, डा. शिवानी, गीता वर्मा, अमन राणा व प्रदीप राणा का धन्यवाद किया।