कूड़ा डलाव घर को समाप्त करने की नगर आयुक्त ने बनाई रणनीति

-जीवीपी के स्थाई विलोपन के लिए उद्यान, निर्माण तथा स्वास्थ्य विभाग को सख्त निर्देश

गाजियाबाद। नगर निगम को स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रथम स्थान उत्तर प्रदेश में प्राप्त हुआ। जिसे बरकरार रखने के लिए नगर आयुक्त डॉ नितिन गौड़ भी गाजियाबाद की स्वच्छता को लेकर बेहद गंभीर दिखाई दे रहे है। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए शहर के सभी कूड़ा डलाव घर को समाप्त करने के लिए नगर आयुक्त ने कवायद तेज कर दी है। जीवीपी (गार्बेज वूलर्नरबल पाइंट) के स्थाई विलोपन के लिए नगर आयुक्त द्वारा निरीक्षण के दौरान तीन विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया।

जिसमें स्वास्थ्य, निर्माण तथा उद्यान विभाग को निर्देशित किया कि शहर के 96 कूड़ा डलाव घर को स्थाई रूप से समाप्त करने के लिए नगर निगम की तैयारी चल रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मौके पर सफाई कराई जाएगी। जिसके उपरांत निर्माण विभाग द्वारा सौंदर्य करण का कार्य के लिए बेस तैयार किया जाएगा। जिसके उपरांत उद्यान विभाग द्वारा पेड़ पौधों को लगाकर उक्त स्थान से कूड़ा घर विलोपित किया जाएगा। जिसके लिए नगर आयुक्त द्वारा उच्च अधिकारियों को भी समय-समय पर शहर भ्रमण के दौरान कूड़ा घर विलोपित कार्यों पर नजर बनाए रखने के लिए निर्देश दिए गए।

नगर आयुक्त डॉ नितिन गौड़ ने बताया कि प्रतिबद्ध 75 जनपद 75 घंटे 750 निकाय अभियान के क्रम में शहर के अंतर्गत चिन्हित 96 जीवीपी को स्थाई रूप से विलोपित किया जाएगा ना केवल विलोपित किया जाएगा। बल्कि जनभागीदारीता भी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन माध्यमों से कूड़ा डलाव घर बनते हैं। उन्हीं माध्यमों को जनभागीदारीता में शामिल करते हुए जागरूकता अभियान के दौरान स्थाई रूप से समाप्त किए जाएंगे। निगम के विभागों की कार्यवाही पूर्ण होने के उपरांत उक्त स्थलों का निरीक्षण किया जाएगा।

जिसमें क्षेत्रीय पार्षद, आरडब्ल्यूए पदाधिकारी, एनजीओ संस्थाएं तथा क्षेत्र के निवासी गण उपस्थित होंगे। जिन से वार्ता करते हुए उक्त स्थानों को हमेशा के लिए सुंदर बनाए रखने के लिए चर्चा भी की जाएगी। जनभागीदारीता के प्रयास के बिना किसी भी कार्य योजना का सफल होना मुश्किल है। निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त सहित अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार यादव, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथिलेश, महाप्रबंधक जल आनंद त्रिपाठी, निर्माण तथा उद्यान विभाग की टीम उपस्थित रहे। विजयनगर जोन तथा वसुंधरा जोन के जी वी वी पॉइंट का जायजा लिया गया।