नगर आयुक्त के कड़े तेवर, दो जेई रिलीव, कई और अधिकारियों की हो सकती है रवानगी

गाजियाबाद। नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने नगर निगम के कामकाज और अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर कड़ा रूख अख्तियार कर लिया है। इसी कड़ी में लंबे समय से एक ही पटल पर जमे बाबूओं और अधिकारियों को जल्द ही इधर-उधर किया जा सकता है। बुधवार को नगर आयुक्त ने दो अवर अभियंता को रिलीव कर दिया। इन दोनों अवर अभियंता का पूर्व में ट्रांसफर हो चुका था। लेकिन गाजियाबाद नगर निगम में जेई की कमी और स्वच्छ भारत अभियान सहित अन्य योजनाओं को समय से पूरा करने के लिए इन्हें रिलीव नही किया जा सका था। संभावना जताई जा रही है कि अगले कुछ सप्ताह में कुछ और ऐसे अधिकारियों को भी रिलीव किया जा सकता है। जिनका पूर्व में स्थानातंरण हो चुका है।
नगर निगम से जुड़े सूत्र बताते हैं कि मठाधीश बाबूओं के भी पटल में जल्द परिवर्तन हो सकता है। विदित हो कि नगर निगम के निर्माण विभाग के अवर अभियंता योगेश कुमार व अवर अभियंता कपिल मोहन को यहां से कार्यमुक्त कर दिया गया है। अवर अभियंता योगेश कुमार का 15 जुलाई 2021 को शासन ने सहारनपुर की देवबंद नगर पालिका परिषद में तबादला कर दिया था। जबकि अवर अभियंता कपिल मोहन का भी 15 जुलाई 2021 को बुलंदशहर नगर पालिका परिषद में तबादला किया था। इन्हें तब से रिलीव नहीं किया गया था। नगर आयुक्त ने बुधवार को दोनों अवर अभियंता को कार्यमुक्त कर दिया। नगर आयुक्त ने अधिकारियों और कर्मचारियों को काम को लेकर समयपाबंद रहने और जन शिकायतों के निस्तारण को लेकर सर्तक रहने की चेतावनी दी है। महेंद्र सिंह तंवर को उत्तर प्रदेश सरकार के तेज तर्रार और परिणाम देने वाले आईएएस अधिकारियों में गिना जाता है। महेंद्र सिंह तंवर के कड़े रूख से नगर निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों में बेचैनी बढ़ गई है।