113 सिजेरियन डिलीवरी एवं एफआरयू में तीसरे पायदान पर पहुंचा मुरादनगर

गाजियाबाद। प्रदेश शासन द्वारा जारी की गई बडी-बडी डॉक्टर्स डायरी रिपोर्ट- 2022-23 में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) मुरादनगर को सिजेरियन डिलीवरी में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। मुरादनगर सीएचसी पूरे प्रदेश में चिन्हित की गईं 96 बडी-बडी फस्र्ट रेफरल यूनियट(एफआरयू)में से एक है।मुख्य चिकित्सा अधिकारी(सीएमओ)डॉ.भवतोष शंखधर ने बताया कि मुरादनगर बडी-बडी एफआरयू में वर्ष 2022-23 के दौरान कुल 113 सिजेरियन डिलीवरी हुई हैं। प्रदेश में सबसे अधिक 614 सिजेरियन डिलीवरी करके मेरठ जनपद के मवाना केंद्र बडी-बडी एफआरयू ने पहला और गोरखपुर जनपद की सहजनवा बडी-बडी एफआरयू 190 सिजेरियन डिलीवरी कर दूसरे स्थान पर रही है। सीएमओ ने बताया कि प्रदेश में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग कोई कसर बाकी नहीं छोडऩा चाहता। शासन के आदेश पर ग्रामीण क्षेत्र की एफआरयू को बडी-बडी एफआरयू बनाया गया है। बडी-बडी अंग्रेजी भाषा का शब्द है,हिंदी में तजुमा किया जाए तो यह दोस्त-दोस्त होता है। दो दोस्तों को एक साथ उनकी मर्जी माफिक जगह पर तैनाती दी जाए तो वह बेहतर काम कर सकेंगे।

इसी परिकल्पना पर एफआरयू को सक्रिय करने के लिए दो अलग-अलग विशेषज्ञताओं वाले डॉ. दंपति को खुद उनके द्वारा चुनी गई ग्रामीण एफआरयू पर तैनाती दी गई। जनपद में चार एफआरयू हैं। ग्रामीण क्षेत्र में लोनी और मुरादनरगर सीएचसी के अलावा जिला महिला चिकित्सालय और संजय नगर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय समेत जनपद में चार एफआरयू हैं।

ग्रामीण क्षेत्र की मुरादनगर सीएचसी को बडी-बडी एफआरयू बनाया गया और गायनोकोलॉजिस्ट डा.रितु कुमार व उनके पति एनस्थेटिस्ट डॉ. दिनेश कुमार की यहां तैनाती की गई। सीएमओ ने डॉ. दंपति को इस कामयाबी के लिए शुभकामनाएं दी हैं और साथ ही और बेहतर काम करने के लिए प्रेरित किया है।जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) डॉ. अनुराग भारती ने बताया कि बडी-बडी एफआरयू बनाने का उद्देश्य यह है कि ग्रामीण क्षेत्र में एफआरयू को सक्रिय करते हुए आवश्यक सिजेरियन सुविधाएं उपलब्ध कराकर मातृ-शिशु मृत्य दर पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सकें। शासन की ओर से उत्साहवर्धन के लिए सिजेरियन डिलीवरी में काम करने वाली पूरी टीम को विशेष इंसेटिव भी दिया जाता है।