मास्क के बिना मंदिर में नही मिलेगा प्रवेश: श्रीमहंत नारायण गिरी

महाशिवरात्रि पर्व: दुल्हन की तरह सजने लगे शिवालय

गाजियाबाद। महाशिवरात्रि आज है। इसके लिए शिवालय सज गए हैं। शिवालयों को फूलों से दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। महाशिवरात्रि के दिन जलाभिषेक करने के लिए आने वाले भक्तों की सुविधा को लेकर भी तैयारी पूरी की जा रही है। सुरक्षा को लेकर भी उचित प्रबंध किए जा रहे हैं। मंदिर में साफ-सफाई के साथ ही सजावट का भी कार्य चल रहा है।
मंदिर को भव्य रूप देने के लिए कोलकाता व दिल्ली के कारीगर मंदिर को सजा रहे है। लेकिन इस बार वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण को लेकर मंदिर में गाइडलाइन का पालन करने पर ही प्रवेश मिलेगा। मंदिर में प्रवेश से पूर्व मास्क, सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखना होगा। महापर्व पर नगर निगम की ओर से भक्तों द्वारा अभिषेक कराने के लिए मंदिर में गंगाजल की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस पीएसी, रैपिड एक्शन फोर्स नागरिक सुरक्षा के वार्डन पूरे मेला परिसर में रहेंगे। लगभग 22 सीसीटीवी कैमरे के द्वारा सम्पूर्ण मंदिर परिसर एवं मेला क्षेत्र के चप्पे-चप्पे की निगरानी की जाएगी। बुधवार को मेरठ जोन के एडीजी राजीव सभरवाल और आईजी जोन प्रवीण कुमार दूधेश्वरनाथ मंदिर में पहुंचे। एडीजी और आईजी ने मंदिर के श्रीमहंत नारायण गिरि से मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर वार्ता की। मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस व पीएसी के 400 जवान मंदिर परिसर व आसपास के क्षेत्र में तैनात किए गए हैं। ड्रोन कैमरे की मदद से निगरानी की जाएगी। पीठाधीश्वर महंत नारायण गिरि ने बताया कि मास फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी महाशिवरात्रि के पावन पर्व को आज हर्षोल्लास से मनाने के लिए प्राचीन सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर को करीब 2 टन फूलों से सजाया गया है। लाखों श्रृद्धांलुु जलाभिषेक करने के लिए पहुंचते है। श्रृद्धांलुओं की भक्ति और महाशिवरात्रि पर्व को लेकर इस बार मंदिर परिसर में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मंदिर की सजावट के साथ कोविड गाइडलाइन का भी सभी भक्तों को पालन कराया जाएगा। बिना मास्क लगाए श्रृद्धांलुओं को प्रवेश करने नही दिया जाएगा। सुरक्षा व्यवस्था के लिए मंदिर समिति के लगभग 200 कार्यकर्ता तथा नागरिक सुरक्षा संगठन के वार्डन एवं एसपीओ भी श्रद्धालुओं की सहायता के लिए लगाए गए हैं। सभी कार्यकर्ता वायरलेस सेट के माध्यम से एक दूसरे से जुड़े रहेंगे। मंदिर को भव्य रूप देने के लिए कोलकाता व दिल्ली के कारीगर मिलकर लगभग 2 टन फूलों से मंदिर को नया रूप दे रहे है। महाशिवरात्रि पर आरती से पूर्व बाबा दूधेश्वर का भव्य श्रृंगार महाकाल के रूप में किया जाएगा। जिसमें  108 प्रकार के व्यंजनों का भोग भी लगाया जाएगा। महाशिवरात्रि पर गुरुवार की सुबह एवं सायंकाल आरती से पूर्व बाबा दूधेश्वर का भव्य श्रृंगार महाकाल के रूप में किया जाएगा। जिसमें 108 प्रकार के व्यंजनों का भोग भी लगाया जाएगा। वहीं, पर्व के मद्देनजर सीओ फस्र्ट अभय कुमार मिश्र और कोतवाली प्रभारी संदीप सिंह ने सुबह कोतवाली में शांति समिति के साथ बैठक की। लोगों के साथ समन्वय कर अधिकारियों ने शांतिपूर्ण तरीके से जलाभिषेक कराने को कहा। इस दौरान क्षेत्र के कई गण्यमान्य लोग मौजूद रहे।वहीं,महाशिवरात्रि पर्व पर रूट डायवर्ट किया गया हैं। एसपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा ने बताया कि लाखों की संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक करते हैं। तड़के तीन बजे से ही श्रद्धालुओं की कतार लगनी शुरू हो जाती है। इसके मद्देनजर यातायात पुलिस ने डायवर्जन प्लान तैयार किया है,जो आज तक रहेगा। आज जीटी रोड पर हापुड़ तिराहा से चौधरी मोड़ तक वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद रहेगा। दोनों तरफ से मंदिर की ओर सिर्फ श्रद्धालु आएंगे। गोशाला अंडरपास से भी वाहनों को नहीं गुजरने दिया जाएगा। यह प्लान जलाभिषेक पूरा होने तक लागू रहेगा। उन्होंने कहा कि लोग बृहस्पतिवार को रूट देखकर निकले।
नंदी पर सवार होकर निकली भगवान शिव की बारात
बुधवार रात को भगवान शिव की दिव्य बारात का आयोजन दूधेश्वर श्रृंगार सेवा समिति की ओर से किया गया। जिसमें भगवान शिव नंदी बैल पर सवार होकर मंदिर में पहुंचेंगे। उनके साथ मां पार्वती रथ पर आएंगी। शिव पार्वती का विवाह के बाद भगवान दूधेश्वर का अभिषेक करेंगे। विवाह उपरांत मां पार्वती की पालकी में विदाई की जाएगी। इस अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए मन्दिर के सिंह द्वार पर प्रसिद्ध जागरण पार्टी दिल्ली वाले भगवान शिव के भजनों का निरंतर गुणगान करेंगे। मंदिर परिसर में रंग बिरंगी लाइटें भी मंदिर की भव्यता को बढ़ाएगी।