कूड़ा डंप करने में लगाया अड़ंगा, 51 के खिलाफ एफआईआर

गाजियाबाद। नगर निगम ने कूड़ा डालने के काम में अड़ंगा लगाने पर 51 ग्रामीणों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इस पर अब विवाद उभर आया है। एफआईआर के विरोध में ग्रामीणों ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया। बाद में एडीएम प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया। प्रदर्शनकारियों ने दर्ज मामले को तत्काल खारिजि करने की पुरजोर मांग की। यह मामला ग्राम महमूदाबाद-मकरेड़ा से जुड़ा है। जहां नगर निगम के वाहनों को कूड़ा डालने से रोका गया था। विकास संघर्ष समिति के सचिव सलेक समेत 51 लोगों के खिलाफ नगर निगम द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसके विरोध में किसानों ने प्रदर्शन किया। महमूदाबाद-मकरेड़ा गांव में नगर निगम ने कूड़ा डंप करने के लिए जमीन लीज पर ली गई है। यहां पर कूड़ा डालने से रोकने और नगर निगम के कर्मचारियों के साथ मारपीट कर उन्हें वापिस लौटा दिया गया।

इस मामले में नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर के आदेश पर नामजद सलेक भईया समेत 51अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। विकास संघर्ष समिति के सचिव सलेक भइया समेत अज्ञात लोगों पर बलवा,मारपीट, गाली-गलौज और सरकारी कार्य में बाधा डालने की धाराओं में मुरादनगर थाने में केस दर्ज कराया गया। वहीं,नगर निगम अधिकारियों ने पिलखुवा के पास गांव गालंद में कूड़ा डालने का विरोध करने वाले 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ  तहरीर दी है।28 दिन से कूड़ा डालने पर जगह-जगह विरोध झेल रहे नगर निगम अधिकारियों ने अब सख्ती शुरू कर यह केस दर्ज कराया है।

गांव मकरेड़ा में आबादी से दूर नगर निगम ने लैंडफिल साइट बनाने और मशीन लगाकर कचरे का निस्तारण करने के लिए किसान से जमीन लीज पर ली है। तीन दिन पहले यहां नगर निगम ने खोदाई शुरू की तो आसपास के लोगों ने विरोध कर उनके साथ धक्का-मुक्की की थी। नगर निगम के कर्मचारी वाहनों में कचरा लेकर पहुंचे तो फिर हंगामा कर उन्हें बैरंग लौटा दिया। इसके बाद नगर निगम के सफाई निरीक्षक अशोक कुमार ने मुरादनगर थाने में प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे सलेक भइया को नामजद कर 50 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप है कि कूड़ा प्रोसेसिंग के लिए जमीन पर किए जा रहे सरकारी कार्य में लोग बाधा पहुंचा रहे हैं। गालंद में विरोध करने वालों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पिलखुवा थाने में तहरीर दी गई है।

नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर का कहना है कि शहर से निकलने वाले कूड़ा डंप कहां किया जाए। कहीं न कहीं तो कचरे का निस्तारण करना ही पड़ेगा।इसका विरोध करना ठीक नहीं है। नगर निगम वैज्ञानिक विधि से कचरे का निस्तारण करेगा। मशीनों के जरिए उसे खाद में तब्दील किया जाएगा। कहीं भी कूड़ा डालकर छोड़ा नहीं जाएगा। ग्रामीण बिना वजह विरोध कर रहे है। सरकारी कार्य में बाधा डालने वालों के खिलाफ नगर निगम अब सख्त कार्रवाई करेगा। मुरादनगर और पिलखुवा थाने में केस दर्ज कराया गया है। अगर कूड़ा डालने पर विरोध किया गया तो विरोध करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।