महिलाओं को न्याय दिलाने में कोताही न बरतें अधिकारी: चंद्रमुखी देवी

-महिला आयोग की सदस्य ने सुनी महिला उत्पीडऩ की शिकायतें

गाजियाबाद। राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्या चंद्रमुखी देवी ने महिला उत्पीडऩ के मामलों पर सुनवाई करते हुए महिलाओं के साथ उत्पीडऩ एवं घरेलू मामलों के केस बढ़ रहे है। इन मामलों का गंभीरता के साथ निस्तारण कराया जाए। बुधवार को हरसांव स्थित रिजर्व पुलिस लाइन के परमजीत हॉल में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्या चंद्रमुखी देवी ने आयोग की कोर्डिनेटर नेहा महाजन,एसपी क्राइम डॉ. दीक्षा शर्मा, कविनगर सीओ अंशु जैन, महिला थाना प्रभारी निरीक्षक किरणराज, जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चंद्रा, पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक उदल सिंह आदि की मौजूदगी में महिला उत्पीडऩ के मामलों में सुनवाई की। रजिस्टर्ड किए गए 57 मामलों में से करीब 40 मामले के वादकारी ही पहुंच सके। इन सभी मामलों की सुनवाई करते हुए कई का मौके पर ही एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए।

महिला आयोग की सदस्या चंद्रमुखी देवी ने कहा कि महिलाएं आज घर की जिम्मेदारी संभालने के साथ ही घर से बाहर निकलकर काम भी कर रही हैं। लेकिन समाज के प्रति आज भी उनकी सोच वहीं पुरानी है। इसकी वजह से लोगों का अहम आड़े आता है, नतीजतन आज महिला उत्पीडऩ के मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है। महिलाएं जागरूक हैं इसलिए मामले पुलिस और महिला आयोग तक पहुंच रहे हैं। महिलाएं अपने खिलाफ मामलों को भी दर्ज कराने से घबराती थी।

चंद्रमुखी देवी ने कहा कि पिछले कई साल में जिले में लंबित मामलों की संख्या 800 तक पहुंच गई है, ऐसे में जल्द से जल्द इन मामलों का निस्तारण हो सके। इसके लिए निरंतर जनसुनवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल में कोरोना काल में महिला उत्पीडऩ के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने एसपी और सीओ को निर्देश दिए कि महिलाओं से संबंधित मामलों का तत्काल निस्तारण कराया जाए। शारीरिक, मानसिक से लेकर घरेलू हिंसा के मामले महिलाओं ने ऑनलाइन दर्ज कराए हैं। इसके अलावा साइबर क्राइम के मामलों में भी अब तेजी से बढ़ोत्तरी होती जा रही है। जनसुनवाई के दौरान करीब 40 मामले सुने गए जिसमें घरेलू हिंसा, यौन उत्पीडऩ, मानसिक उत्पीडन व पडोसियेां द्वारा किए जा रहे उत्पीडऩ के मामलों का जल्द निस्तारण करने के निर्देश दिए गए।