प्रवासी मजदूरों को सस्ते राशन का रास्ता खुला : सीमा

गाजियाबाद। वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना लागू हो गई है। इसके तहत प्रवासी मजदूरों को अब जनपद में किसी भी सस्ते गल्ले की दुकान से राशन मिल सकेगा। जिला पूर्ति अधिकारी डॉ. सीमा चौधरी ने बताया कि जिले में राशन की 573 दुकानें हंै। जिले में निवास करने वाले 1762 प्रवासी मजदूरों को राशन कार्ड जारी किए गए हैं। वह अपने राशन कार्ड के जरिए किसी भी दुकान से राशन प्राप्त कर सकेंगे। जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया कि प्रदेश के अपर आयुक्त खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा प्रदेश में वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना लागू कर दी गई है। इसके तहत विशेष तौर पर प्रवासी मजदूरों को अब राशन मिल सकेगा। इसके लिए इनके पास राशन कार्ड होना जरूरी है। प्रदेश के किसी भी सरकारी राशन की दुकान से राशन प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि जिले में निवास करने वाले प्रवासी मजदूर अपने राशन कार्ड से किसी भी दुकान से निर्धारित राशन प्राप्त कर सकेंगे। पोर्टेबिलिटी में सभी खाद्यान्न सामग्री का ट्रांजेक्शन एक ही बार में होगा। प्रवासी मजदूर को राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी की सुविधा का लाभ लेने के लिए जरूरी है कि राशन कार्ड में घर के मुखिया एवं सभी सदस्यों के आधार कार्ड की संख्या दर्ज हो। उन्होंने प्रवासी मजदूरों से आहवान कर कहा कि जिनके राशन कार्ड से उनके आधार कार्ड की फीडिंग नहीं हुई है वह तत्काल जिला पूर्ति कार्यालय एवं तहसील के आपूर्ति कार्यालय में अपने राशन कार्ड से आधार कार्ड की फीडिंग जरूर करा लें। ताकि वह जिले के अलावा प्रदेश की किसी भी राशन की दुकान से राशन काडर्0 के जरिए राशन प्राप्त कर सकें। इन्हें राशन कार्ड पर गेहूं 2 रुपए किलो और चावल 3 रुपए प्रति किलोग्राम मिल सकेगा।