रात में जमाया सेटअप सुबह पुलिस ने मारा छापा, कम्यूटर सर्विस देने के नाम पर 3 साल में 10 करोड़ की ठगी

फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 10 करोड़ की ठगी करने वाले 10वीं पास समेत 14 गिरफ्तार
कस्टमर को कम्प्यूटर सर्विस का झांसा देकर करते थे ठगी, तीन साल से कर रहे थे ठगी का कारोबार
शुक्रवार रात को जमाया कॉल सेंटर का सेटअप, सुबह होते ही पुलिस ने मारा छापा

गाजियाबाद। इंदिरापुरम थाना पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय स्तर का कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए दसवीं पास सरगना समेत 14 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया हैं। ठगों ने सेंटर ज्ञानखंड-2 में मॉडल शॉप के बराबर में स्थित एक बिल्डिंग में चल रखा था। आरोपी अमेरिका में बैठे लोगों को कम्प्यूटर एरर ठीक करने और सॉफ्टवेयर/एंटी वायरस अपडेट करने का झांसा देकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे। जो कि अब तक 10 करोड़ रुपए से अधिक ठगी की वारदात को अंजाम दे चुका हैं। आरोपियों ने रात में ही लोगों के साथ ठगी करने के लिए इंदिरापुरम में अपना कॉल सेंटर खोला था, मगर सुबह होते ही छापा लग गया।

हरसांव स्थित पुलिस लाइन में शनिवार को ठगी की घटना का खुलासा करते हुए एडीसीपी क्राइम विवेक चंद्र यादव ने एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र सिंह की मौजूदगी में बताया कि शनिवार सुबह मुखबिर से सूचना मिली की इन्दिरापुरम स्थित प्लॉट नं0-सीएस-7 ज्ञानखण्ड-2 के टॉप फ्लोर पर अवैध रूप कॉल सेंटर का संचालन हो रहा हैं। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए इंदिरापुरम थाना प्रभारी देवपाल सिंह पुंडीर की टीम गठित की गई। टीम ने बताए गये स्थान पर जांच की तो सूचना सही पाई गई। कॉल सेंटर से विजय तलवार, संजय, सार्थक, मयंक सूद, नोएल, लोकेंद्र सिंह, विपिन उप्रेती, प्रशांत, आशु त्यागी, ध्रुव सिंह, आकिब हुसैन, मनमीत सिंह,, अभिषेक मित्तल और मोहित त्रेहन को गिरफ्तार किया गया। सभी आरोपी दिल्ली और गाजियाबाद के निवासी है। कॉल सेंटर से 19 मोबाइल, 17 कम्प्यूटर सेट, एक लैपटॉप आदि सामान बरामद किया गया। उन्होंने बताया इस फ्रॉड में तीन गैंग काम करते हैं। पहला गैंग सॉफ्टवेयर के जरिये अमेरिका सहित अन्य देशों में बैठे लोगों को ऑनलाइन कम्प्यूटर सर्विस देने के बहाने बल्क में मैसेज भेजता है। इस मैसेज में गैंग का टोल फ्री नंबर होता है।

कस्टमर जब सॉफ्टवेयर अपडेट कराने या अन्य किसी सर्विस को पाने के लिए जब इस टोल फ्री नंबर पर संपर्क करता है तो उसकी कॉल दो नंबर गैंग पर कनेक्ट होती है, जो कॉल सेंटर में मौजूद होता है। यह गैंग विदेशी नागरिक बनकर बातचीत करता है और कस्टमर के कम्प्यूटर-लैपटॉप को रिमोट पर लेकर उसका डेटा हैक कर लेता है। यहां से फिर तीसरे गैंग का काम शुरू होता है, जो डेटा रिकवर के नाम पर विदेशी लोगों से पैसा वसूलता है। यह गैंग 25 से 30 फीसदी पैसा गिफ्ट कार्ड और फिर कुछ पैसा बिटकॉइन के जरिये लेता था।

एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र सिंह ने बताया गिरोह का सरगना विजय तलवार है, जो कि दसवीं पास है। शुक्रवार रात ही ठगों ने नोएडा फेस थर्ड से यहां शिफ्ट किया था। उससे पूर्व आरोपी दिल्ली मयूर विहार में कॉल सेंटर का संचालन करते थे। विजय तलवार पूर्व में अपने साथी पियूष गुप्ता के साथ कॉल सेंटर चलाता था। विवाद उन्होंने के बाद विजय तलवार ने अपना अलग कॉल सेंटर खोलकर नई टीम तैयार की। आरोपी पिछले 3 वर्षों से ठगी कर रहा हैं। जो कि अब तक 10 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी कर चुका हैं।