तैयारी : नगर निगम लगाएगा 2 गारबेज प्लांट

गोविंदपुरम व वसुंधरा में भूमि की तलाश शुरू

गाजियाबाद। शहर में कूड़ा-करकट के निस्तारण के लिए नगर निगम ने गंभीरता दिखाई है। इसके मद्देनजर 15वें वित्त आयोग के फंड से 2 प्लांट स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए भूमि का चयन किया जा रहा है। गोविंदपुरम और वसुंधरा में गरबेज प्लांट लगाने को संपत्ति विभाग इन दिनों भूमि की तलाश कर रहा है। इस प्रोजेक्ट पर करीब 10 करोड़ रुपए व्यय होने का अनुमान है।

नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने संपत्ति विभाग को कविनगर और वसुंधरा जोन में गारबेज प्लांट की खातिर भूमि का चयन करने का आदेश दिया है। 15वें वित्त आयोग के फंड से 10 करोड़ रुपए भी जारी कर दिए गए हैं। भूमि मिलने के बाद टेंडर प्रक्रिया पूरी कर प्लांट का निर्माण आरंभ किया जाएगा। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर नगर निगम इन प्लांट का संचालन कराएगा। भूमि का प्रबंध और बिल्डिंग का निर्माण नगर निगम के जिम्मे है। दोनों प्लांट में आधुनिक मशीनों को निजी कंपनी लगाएगी। इन प्लांट को 20-25 साल के लिए लीज पर देने की तैयारी है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पहले सिहानी गांव में नगर निगम के गैराज में गारबेज प्लांट का निर्माण किया है। इसे फिलहाल ट्रायल पर शुरू किया गया है। ट्रायल के बाद इसे विधिवत चालू किया जाएगा। इसके बाद वसुंधरा और गोविंदपुरम में यह प्लांट लगाने की प्लानिंग की गई है।

नगर निगम ने गोविंदपुरम में प्लांट के लिए 4.50 करोड़ रुपए और वसुंधरा में प्लांट के लिए 5.50 करोड़ रुपए जारी भी कर दिए हैं। नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर का कहना है कि सभी 5 जोन में एक-एक गारबेज प्लांट लगाने की योजना है। सिहानी में ट्रायल के तौर पर प्लांट को चालू कराया गया है। भविष्य सभी पांचों जोन का कूड़ा-कचरा संबंधित जोन में निस्तारित करने को प्रत्येक जोन में प्लांट लगाने की प्लानिंग हुई है। उन्होंने बताया कि इससे कूड़ा ढुलाई की लागत कम होगी। वाहनों में खर्च होने वाले डीजल की खपत कम होगी। स्वास्थ्य विभाग के वाहनों को कूड़ा-कचरा उठाने हेतु ज्यादा चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। एकत्र कचरे को प्लांट की कनवेयर बेल्ट पर डालकर सूखा कचरा जैसे लोहा, लकड़ी, कांच व प्लास्टिक आदि को अलग कराया जाएगा। वहीं, गीले कचरे को अलग ले जाकर खाद बनाई जाएगी। खाद को नगर निगम अपने पार्कों में इस्तेमाल करने के अलावा बिक्री करेगा। जबकि सूखे कचरे को रिसाइकल किया जाएगा। नगरायुक्त का कहना है कि गोविंदपुरम और वसुंधरा में जल्द प्लांट का निर्माण शुरू कराया जाएगा।