बेहतर पुलिसिंग के लिए जनसहयोग जरूरी: पवन कुमार

-नवागंतुक एसएसपी ने संभाला चार्ज, गिनाई प्राथमिकताएं, एसोसिएटिड एवं साइबर क्राइम को रोकने के लिए रणनीति तैयार, पुलिसकर्मी भी समाज का हिस्सा, पुत्र, पिता एवं अभिभावक बनकर करेंगे काम। शासन द्वारा निर्धारित प्राथमिकताओं को शत-प्रतिशत लागू किया जाएगा। समाज में पुलिस की खराब छवि को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा पुलिसकर्मी भी समाज का हिस्सा होता है। सिर्फ वर्दी पहन लेने से वह समाज से अलग नहीं हो जाते, कमियों को दूर किया जाएगा।

गाजियाबाद। डीआईजी/अमित पाठक की जगह कार्यभार संभालने के बाद नए नवागंतुक एसएसपी 2009 बैच के आईपीएस पवन कुमार ने कहा अपराध, अपराधियों या कानून-व्यवस्था संबंधी समस्याओं से निजात तभी मिलेगी जब जनता और पुलिस के बीच की दूरी कम होगी। जिसके लिए जरूरी है कि पुलिस और जनता एक साथ मिलकर काम करे। ऐसा सामुदायिक पुलिसिंग की शुरुआत कर ही किया जा सकता है।
हरसांव स्थित परमजीत हॉल पुलिस लाइन में बुधवार को प्रेसवाता के दौरान एसएसपी पवन कुमार ने कहा लंबित विवेचनाओं का तेजी से निस्तारण किया जाएगा। बिना साक्ष्य के किसी बेकसूर के खिलाफ कार्रवाई नही की जाएगी।SSP Pawan Kumar अपराधियों को बख्शा नही जाएगा। प्राथमिकताओं के बारे में एसएसपी ने कहा कि जो शासन की प्राथमिकताएं हैं, वही मेरी प्राथमिकता है। शासन द्वारा निर्धारित प्राथमिकताओं को शत-प्रतिशत लागू किया जाएगा। समाज में पुलिस की खराब छवि को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा पुलिसकर्मी भी समाज का हिस्सा होता है। सिर्फ वर्दी पहन लेने से वह समाज से अलग नहीं हो जाते, कमियों को दूर किया जाएगा। अपराध और अपराधियों पर शिकंजा कसा जाएगा। प्राथमिकता के साथ अपराध पर संलिप्त लोगों पर कार्रवाइयां भी की जाएगी। अपराध नियंत्रण पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि वह जिले के लिए पुत्र, पिता और अभिभावक बनकर काम करेंगे। कानून व्यवस्था पर पूछे गये सवाल पर एसएसपी ने कहा कानून को हाथ में लेने वालों को किसी भी स्थिति में नहीं बख्शा जाएगा। कानून का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने पुलिसधिकारियों को अपराधों की रोकथाम और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस मुस्तैदी से काम करने के निर्देश दिए। पुलिस का दायित्व है कि वह पीडि़त की बात को धैर्यपूर्वक सुनकर समस्या का निस्तारण करे। उन्होंने पुलिस को आमजन के साथ सही व्यवहार करने के निर्देश भी दिए। एसोसिएटिड एवं साइबर क्राइम को रोकने के लिए एक योजना है, जिसे लागू करने के बाद संगठित अपराध करने वाले अपराधी और माफियाओं के अलावा साइबर क्रिमिनल क्राइम कर ही नहीं पायेगें और अगर ऐसे क्रिमिनलों ने कोई अपराध करने का प्रयास करते भी है तो उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। जो अधिकारी अथवा पुलिसकर्मी निकृष्टï एवं भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। जो अपराध रोकने और कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिये उत्कृष्ट कार्य करेगा उसे पुरूस्कृत भी किया जाएगा। जनता की समस्याओं के समाधान के लिये हर समय तैयार है। पुलिस विभाग में भ्रष्टाचारियों की खैर नही है। अपराधों में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों को भी गंभीर खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहना होगा। वर्तमान अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले के माहौल की समीक्षा करेंगे। उसी के आधार पर समीक्षा की जाएगी। प्रेसवार्ता में एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा मौजूद रहे।
बता दें कि मूलरूप से राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के रहने वाले पवन कुमार 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। इन्होंने इक्रोमिक्स से एमए किया है। इनके पिता किसान। पवन कुमार यहां से पहले मुरादाबाद एसएसपी,नेशनल पुलिस एकेडमी हैदराबाद समेत रायबरेली समेत 7 जिलों में तैनात रह चुके है।
सड़क दुर्घटनाएं नियंत्रित करना भी पुलिस का मुख्य कार्य:
एसएसपी पवन कुमार ने कहा गाजियाबाद में जाम की बहुत बड़ी समस्या है, जिसका पता लगने पर उन्होंने अधिनस्थ अधिकारियों के साथ बैठक करके उन्हें एक ऐसी फुल प्रूफ योजना बनाने के लिये निर्देशित किया है जिसके लागू होने के बाद जाम की समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी। उन्होंने अधिनस्थ अधिकारियों के साथ बैठक करके उन्हें एक ऐसी फुल प्रूफ रणनीति तैयार करने के निर्देश दिए है। सड़क दुर्घटनाएं नियंत्रित करना भी पुलिस का मुख्य कार्यों में से एक है। प्रत्येक पुलिस अधिकारी यातायात के नियमों को सख्ती से लागू करे। उन्होंने युवाओं में बढ़ती नशाखोरी पर चिंता जताते हुए कहा कि ड्रग्स समाज के लिए अभिशाप बन रहा है। इस पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए अभियुक्तों की गिरफ्तारी तक ही सीमित न होकर उसके स्रोत का पता लगाकर कार्रवाई होनी चाहिए।
गाड़ी में गस्ती के साथ सड़कों पर उतरकर करना होगा कार्य,निर्देश :
नवागत एसएसपी ने कहा गश्ती करने वाले पुलिस पदाधिकारियों की अब लापरवाही नही चलेगी। संबंधित पदाधिकारियों को अब गश्ती करने के साथ-साथ उपलब्धि भी बतानी होगी। ताकि, निर्धारित तिथि पर वे सामूहिक रिपोर्ट अपने वरीय अधिकारियों को समर्पित कर सकें। यह व्यवस्था इसलिए है कि संबंधित पुलिस पदाधिकारी मन लगाकर गश्ती करें। गश्ती की खानापूरी नही चलेगी। गश्ती गाड़ी पर बैठकर सिर्फ भ्रमण करने से ही काम नही चलेगा, बल्कि गाड़ी से नीचे उतरना होगा, वाहन चेकिग, संदिग्धों को देखते ही दबोचने, बाजार-हाट आदि पर पैनी नजर रखनी होगी। तभी अपराध और अपराधियों पर शिकंजा कसा जा सकेगा। आदेश का पालन नहीं करने पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। स्पष्ट रूप से कहा गया है कि लापरवाही बरतने वालों पर अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी