निजी अस्पतालों के गौरखधंधे की पोल खोलेंगे सोशल चौकीदार, कालाबाजारियों के खिलाफ छेड़ी मुहिम

-पीडि़त नागरिकों से साक्ष्य उपलब्ध कराने की अपील

गाजियाबाद। सोशल चौकीदार के.के. शर्मा का कहना है कि कोरोना महामारी ने जब भीषण रूप धारण किया तो अधिकांश डॉक्टरों ने अपनी जान की चिंता न कर कोरोना मरीजों का ईलाज किया और कुछ डॉक्टर तो संक्रमित भी हुए और कुछ डॉक्टरों के प्राण भी चले गए। इस तरह के डॉक्टरों को मैं नमन करता हूं, सैल्यूट करता हूं। लेकिन इन महामारी के दौरान कुछ अस्पतालों, अस्पतालों के स्टॉफ और कुछ डॉक्टरों ने कोरोना मरीजों के इलाज में भयंकर लापरवाही की और कोरोना मरीजों का आर्थिक शोषण किया, जिससे डॉक्टरों का महान पेशा कलंकित हुआ। साथ ही दवाओं के जमाखोरों, कालाबाजारी करने वालों ने भी मरीजों और उनके परिवार का आर्थिक शोषण करने में कोई कसर नही छोड़ी, जिससे दवाओं, इंजेक्शन व ऑक्सीजन के अभाव में कुछ मरीजों ने दम तोड़ा। अन्यथा दु:खद मौतों की संख्या कुछ कम हो सकती थी और सरकार की बदनामी बच सकती थी। इसका सबूत ये है कि सरकार और नगर निगम ने जब ऑक्सीजन सिलेंडर का कार्य अपने हाथ में लिया और अस्पतालों पर छापेमारी की तब ऑक्सीजन की कमी भी अचानक समाप्त हुई और अस्पतालों में मरीजों को बेड भी मिलने लगे, लेकिन अब समय आ गया है कि हम ऐसे जमाखोरों, कालाबाजारी करने वालों और कोरोना मरीजों के ईलाज में लापरवाही एवं उनका आर्थिक शोषण करने वाले डॉक्टरों व अस्पतालों के विरुद्ध खड़े होकर भंडाफोड़ करें। मुझे कुछ कालाबाजारी करने वालों, कुछ पैसे लेकर अस्पतालों में मरीज भर्ती करने वालों के सबूत मिल गए हैं, लेकिन कुछ और सबूतों की आवश्यकता है ताकि हम भविष्य में ऐसे किसी लाचार एवं शोषण के कारण लोगों को ना मरने दें। मैं इसके लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिख रहा हूं। अत: आपसे अनुरोध है कि किसी अपने की जान बचाने के लिए मजबूरी में अगर आपको बहुत महंगी दवाइयां ब्लैक में खरीदनी पड़ी है या अस्पताल में मरीज को भर्ती कराने के लिए आपको अलग से पैसे देने पड़े है या फिर ईलाज के दौरान आपका ध्यान रखने के लिए अलग से पैसे देने पड़े हैं या फिर आपसे बिल अनाप-शनाप लिया गया है तो आप इसकी सूचना निम्न फोन नंबरों के.के. शर्मा-9910267491, दिनेश शर्मा-9910229998, राज शर्मा-9990039868 पर व्हाट्सएप के माध्यम से एवं ईमेल पर दें ताकि हम मुख्यमंत्री को अनेकों सबूत देकर कार्यवाही की मांग करें और सरकार को कार्यवाही करने के लिए बाध्य करें। अगर आप चाहेंगे तो हम आपका नाम गुप्त रखेंगे और अगर आप हमें ऐसी सूचना नहीं देंगे तो भविष्य में भी ऐसा शोषण होगा और लोगों को जान गंवानी पड़ेगी। इसे हमें रोकना है। अगर आप चाहेंगे तो हम सूचना लेने के लिए आपके दरवाजे पर भी पहुंच सकते हैं।