टीबी मुक्त भारत अभियान: यशोदा अस्पताल ने भोजपुर में 200 क्षय रोगियों को लिया गोद

गाजियाबाद। टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत कौशांबी स्थित यशोदा अस्पताल ने दो सौ क्षय रोगियों को और गोद लिया है। सोमवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) स्थित टीबी यूनिट पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान क्षय रोगियों को पुष्टाहार वितरित किया गया। पीएचसी प्रभारी डा. नीरज कुमार ने कहा क्षय रोगी नियमित रूप से दवा लेते रहें और साथ ही प्रोटीन युक्त भोजन लें। उन्हें उपचार जारी रहने तक हर माह पुष्टाहार उपलब्ध कराया जाएगा। नियमित रूप से दवा खाने पर क्षय रोग पूरी तरह ठीक हो जाता है। इसके साथ ही डा. नीरज ने क्षय रोगियों को उनके परिजनों की टीबी जांच कराने के लिए भी प्रेरित किया। स्वास्थ्य विभाग टीबी की जांच और उपचार की सुविधा निशुल्क उपलब्ध कराता है।

कार्यक्रम में यशोदा अस्पताल के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद रहे विजय कुमार शर्मा ने कहा अस्पताल प्रबंधन ने 5100 क्षय रोगियों को गोद लेकर भावनात्मक और सामाजिक सहयोग उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। अब तक करीब डेढ़ हजार क्षय रोगियों को गोद लिया जा चुका है। जिला क्षय रोग विभाग से पीपीएम कोऑर्डिनेटर दीपाली गुप्ता ने बताया भोजपुर और फरीदनगर टीबी यूनिट पर कुल 215 क्षय रोगी हैं। दोनों यूनिट पर शत-प्रतिशत क्षय रोगियों को गोद लिया जा चुका है। बता दें कि 100 क्षय रोगियों को पूर्व में श्रीराम पिस्टन की ओर से गोद लिया गया था।

उन्होंने बताया क्षय रोगियों को गोद लिए जाने के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। इससे जहां क्षय रोगियों को पोषक भोजन प्राप्त करने में मदद मिलती है वहीं भावनात्मक सहयोग भी मिलता है। शासन के आदेश पर गोद लेने वाली संस्थाओं को निक्षय मित्र के रूप में पंजीकृत किया जा रहा है। निक्षय मित्र पुष्टाहार उपलब्ध कराने के साथ ही क्षय रोगियों के संपर्क में रहकर उन्हें नियमित रूप से दवा खाते रहने के लिए भी प्रेरित करते हैं। पीएचसी पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान डा. सुशांत, वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक विष्णु शर्मा, लैब सुपरवाइजर रविंद्र कुमार, टीबीएचवी एहसान अली और लैब टेक्नीशियन सचिन आदि मौजूद रहे।