मियावाकी पद्धति से लगे पौधों की निगम कर रहा देखभाल, नगर आयुक्त ने लिया जायजा

गाजियाबाद। हरियाली बढ़ाने और पौधों के जल्द विकास के मकसद से नगर निगम मियावाकी पद्धति अपनाकर
शहर की खूबसूरती को चार चांद लगाने का काम कर रहा है। इस विधि से देशी प्रजाति के पौधे एक-दूसरे के पास लगाए जाते हैं, जो कम जगह घेरने के साथ दूसरे पौधों की वृद्धि में सहायक होते हैं। इस पद्धति से लगाए गए पौधों की वृद्धि 10 गुना तेजी से होती है और सामान्य स्थिति से 30 गुना ज्यादा सघन होते हैं। इसके माध्यम से बहुत कम समय में जंगलों को घने जंगलों में परिवर्तित किया जा सकता है। नगर निगम उद्यान विभाग द्वारा शहर में पौधारोपण मियावाकी पद्धति से लाखों पौधे रोपित किए गये है।

जिसकी नगर निगम की टीम देखभाल भी कर रही है। ताकि कोई पौधा नष्ट ना हो और पूरी तरह से उसका विकास हो सकें। वहीं उद्यान विभाग द्वारा रोपित किए गये पौधों का बुधवार को नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने शहर भ्रमण के दौरान दयानंद पार्क तथा सिद्धार्थ विहार समेत कई स्थानों पर मियावाकी पद्धति से लगाए गए पौधों का जायजा लिया। साथ में उद्यान प्रभारी डॉ अनुज कुमार सिंह को शत प्रतिशत पौधों के विकास के लिए बेहतर कार्यवाही बनाए रखने के लिए कहा। उद्यान प्रभारी डॉ अनुज कुमार सिंह के इस कार्य से जहां शहर की खूबसूरती बढ़ेगी।

निगम की खाली जमीन पर तत्काल कराएं बाउंड्री वॉल
नगर निगम टीम द्वारा अन्य कार्यों का भी निरीक्षण किया गया। जिसमें संपत्ति विभाग द्वारा नगर निगम की खाली पड़ी जमीन का दौरा कराया गया। दौरे के दौरान कई ऐसे स्थान मिले जहां नगर निगम की खाली जमीन पर कचरा डाला जा रहा है। ऐसे स्थानों को चिन्हित कर वहां भी पौधारोपण करने के निर्देश दिए। निगम की खाली जमीन पर समय रहते बाउंड्री कराने के लिए भी निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता एनके चौधरी को निर्देशित किया।

निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने शहर की सफाई व्यवस्था, नालों की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के साथ-साथ सरकारी जमीन को चिन्हिंत करने की कार्रवाई को आगे बढ़ाने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहर की खूबसूरत और स्वच्छ बनाने के लिए प्रतिदिन सफाई का कार्य किया जाए। साथ ही निगम की जमीन को कब्जामुक्त कराने के साथ-साथ उसका घेराव भी किया जाए। ताकि कोई उस पर कब्जा न कर सकें। इस दौरान डॉ अनुज कुमार सिंह उद्यान प्रभारी, महाप्रबंधक जल आनंद त्रिपाठी, मुख्य अभियंता एनके चौधरी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथिलेश कुमार, संपत्ति अधीक्षक भोलानाथ गौतम व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।