ओसीडीयूपी के प्रदेश प्रभारी बने राजदेव त्यागी

-जिला मेरठ कैमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन द्वारा कार्याशाला का आयोजन
-ऑनलाइन दवा बिक्री नशे की प्रवृत्ति को दे रही बढ़ावा

मेरठ। ड्रग कंट्रोलर ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए नए नियम जारी किए हैं। जिनका पालन करने में दवा व्यापारियों को परेशानी आ रही है। इन्हीं परेशानियों को दूर करने के लिए जिला मेरठ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन द्वारा आईएमए भवन बच्चा पार्क में मंगलवार को औषधि निरीक्षक और व्यापारियों के बीच कार्यशाला में संवाद किया गया। ओसीडीयूपी के महामंत्री सुभाष चौहान के नेतृत्व और दाऊ दयाल शर्मा की उपस्थिति में कार्यशाला को सजीव रूप प्रदान किया गया। जिसकी अध्यक्षता जिला मेरठ कैमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के नरेश गुप्ता (जिलाध्यक्ष) द्वारा की गई एवं संचालन मुजफ्फरनगर कैमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के महामंत्री संजय गुप्ता ने किया।

कार्यशाला में जिला औषधि निरीक्षक मेरठ पीयूष शर्मा ने कहा कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए यह सर्कुलर लाया गया है। कुछ दवाओं का नशे के लिए दुरुपयोग हो रहा है। यूपी में भी कुछ दवाओं का नशे के लिए उपयोग किया जा रहा है। नारकोटिक्स की दवा और सीएनडीएफ से लेकर थोक और फुटकर विक्रेताओं के लिए भी दवा रखने की लिमिट तय की गई है। दवा खरीद के कागजात पूरे रखें, डॉक्टरों द्वारा लिखे पर्चे पर ही फुटकर विक्रेता इन दवाओं को बेचें, नए व्यक्ति को दवा ना दें। ओसीडीयूपी के महामंत्री सुभाष चौहान ने प्रदेश कार्यकारिणी की सहमति पर गाजियाबाद जिले के कैमिस्ट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष युवा दवा व्यवसाई राजदेव त्यागी को ओसीडीयूपी के प्रदेश प्रभारी की घोषणा करते हुए फूल की माला और पगड़ी, पटका पहनाकर स्वागत किया।

राजदेव त्यागी ने कहा कि कुछ दवाओं का नशे के लिए दुरुपयोग हो रहा है जबकि इलाज के दौरान यह दवाएं मरीज को नहीं मिल पाती। दवा का ऑनलाइन कारोबार पूरी तरह से थोक और खुदरा दवा व्यापारियों के अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। ऑनलाइन कारोबार के चलते ही नशीली दवाओं का कारोबार बिना किसी रोक के चल रहा है। जिस पर अकुंश लगाना बेहद जरुरी है। ऑनलाइन दवाओं के खरीदने-बेचने पर रोक लगनी चाहिए। इसके जरिए शेड्यूल एच की दवाएं भी गलत व फर्जी प्रिसक्रिप्शन से बेची जा रही है। इससे नशे की प्रवृत्ति बन रही है। मेडिकल स्टोर पर तो ड्रग कंट्रोल ऑफिसर जाकर जांच कर लेते हैं, लेकिन यह कंट्रोल सरकारी एजेंसी का ऑनलाइन दवा विक्रेताओं पर नहीं है।

कार्यशाला में मुख्य रूप से प्रदेश संयोजक प्रमोद मित्तल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओपी आहूजा, कोषाध्यक्ष सतीश तायल, संगठन मंत्री रजनीश कौशल, मेरठ कैमिस्ट एसोसिएशन के अशोक तिवारी (संरक्षक), कोषाध्यक्ष सुधीर त्यागी, मवाना अध्यक्ष भूपेंदर त्यागी, महामंत्री मुकुल रस्तोगी, सरधना अध्यक्ष जगमोहन, महामंत्री सुनील राघव, किला परीक्षित गढ़ से सलीम, किठौर से आफताब, शाहजहांपुर से पिंकू, जागृति विहार से योगेंद्र प्रधान, गाजियाबाद से महामंत्री आर पचौरी, कोषाध्यक्ष यश्वनी कुमार गोयल, वरिष्ठ मंत्री अमित बंसल, उपाध्यक्ष रविंद्र शर्मा, राहुल शर्मा, संजीव देवकमल और मुजफ्फरनगर जिले से सचिन त्यागी, दिव्य प्रताप सोलंकी, पंकज तनेजा, सुबोध जैन, संदीप चौहान, सुधीर यादव, इत्यादि दवा व्यवसाई उपस्थित रहे।