हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की से गूंजा महानगर

-धूमधाम से मनाया गया श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व
-इस्कॉन मंदिर में डीएम, एसएसपी, मेयर, सांसद ने किए लड्डू गोपाल के दर्शन

गाजियाबाद। कोरोना काल में दो वर्ष से मंदिरों में हुए छोटे आयोजनों के बाद इस साल बड़े आयोजन को लेकर इस बार मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पुलिस फोर्स की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच धूमधाम से मनाया गया। जिले में शांतिपूर्ण तरीके से जन्माष्टमी पर्व संपन्न कराने के लिए पुलिस फोर्स की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। कुछ कृष्ण भक्तों ने जहां जन्माष्टमी का पर्व गुरुवार को मनाया। वहीं, अधिकांश भक्तों ने शुक्रवार को जन्मोत्सव मनाया। श्री कृष्ण जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में लड्डू गोपाल को भी सजाया गया। इस बार बाजार में लड्डू गोपाल के चश्मे आकर्षण का केंद्र बने रहे। वहीं, डीएम राकेश कुमार सिंह एवं एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास भी मंदिर में पहुंचे। उन्होंने कृष्ण गोपाल के साथ चित्र प्रदर्शित किए। एडीएम ने कृष्ण गोपाल बने बच्चों को सराहा। शहर में राजनगर स्थित इस्कॉन मंदिर में भव्य रूप में जन्माष्टमी का पर्व मनाया गया। यहां पर डीएम-एसएसपी के अलावा मेयर आशा शर्मा, राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल अग्रवाल ,विधायक अतुल गर्ग समेत बड़ी संख्या में जन्माष्टमी पर्व पर पहुंचे। उन्होंने कृष्ण गोपाल को भोग लगाकर पर्व मनाया।

इस्कॉन मंदिर के महंत प्रभु सुरेश्वर दास ने बताया कि मंदिर को भव्य रूप में सजाया गया। मंदिर में शांतिपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ जन्माष्टमी का पर्व मनाया गया। एक से बढ़कर एक आकर्षक पोशाक लड्डू गोपाल की सुंदरता में चार चांद लगा रहे थे। इसके अलावा लड्डू गोपाल के सोफा, बेड, तकिया, बैडमिंटन, खेल खिलौने आदि भी पूजा घर में उपलब्ध हैं। जिलेभर में मंदिरों के बाहर एवं आसपास 2500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात किया गया था। एसएसपी मुनिराज जी. ने पुलिस अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों से लेकर चौकी प्रभारी को सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के निर्देश दिए थे। शहर में राजनगर स्थित इस्कॉन मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व आज धूमधाम से मनाया गया।

श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर मंदिरों के बाहर मनचलों पर पुलिस की कड़ी नजर रहीं। जन्माष्टमी पर महिलाएं भी मंदिरों में अधिक संख्या में आती हैं। ऐसे में मनचले महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करते हैं। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस का इस बार मनचलों पर कार्रवाई को लेकर फोकस रहा। मंदिरों के बाहर सादे वस्त्रों में पुरुष पुलिसकर्मियों व महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती रहेगी। पुलिसकर्मी मंदिर के बाहर मनचलों पर निगाह रखेंगे और उनपर कार्रवाई करेंगे। एसएसपी ने बताया कि जिले भर में 2500 से अधिक पुलिस कर्मियों की मंदिरों के बाहर ड्यूटी लगाई गई हैं। पुलिस कर्मी मंदिर के आसपास पेट्रोलिंग कर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करेंगे। इस संबंध में संबंधित थाना व चौकी प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने क्षेत्र में पडऩे वाले मंदिरों की सुरक्षा पुख्ता करें।

ड्रोन से भी रखी गई नजर
ड्रोन कैमरों से भी मंदिरों की सुरक्षा की गई। इस साल जिले में तीन हजार से अधिक मंदिरों में जन्माष्टमी का आयोजन होगा। बड़े आयोजन स्थलों पर ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी कराई गई। जन्माष्टमी पर मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के लिए ड्यूटी लगाई गई है। महिला सुरक्षा के लिए मंदिरों के आसपास सादे वस्त्रों में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई हैं। एसएसपी ने बताया कि ड्रोन कैमरों से मंदिरों की सुरक्षा की जाएगी। जिले में तीन हजार से अधिक मंदिरों में जन्माष्टमी का पर्व मनाए जाने की उम्मीद है। मंदिरों में ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी। सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी कराई जाएगी। इसके अलावा मंदिरों के बाहर छेड़छाड़ एवं स्नेचिंग की वारदात को रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात रखने के साथ ही एंटी रोमियो टीम भी सादी वर्दी में तैनात रहेगी। इस संबंध में सभी पुलिस अधिकारियों एवं थाना प्रभारी को क्षेत्रों में भ्रमणशील रहते हुए निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं।