ठेकेदारों का प्रदर्शन, नगरायुक्त ने नहीं दी तवज्जो

– नगरायुक्त ने ठेकेदारों से मिलने से किया इंकार, चीफ इंजीनियर ने कहा राजनीति नहीं काम पर ध्यान दें ठेकेदार

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। बकाए भुगतान की मांग को लेकर बुधवार को ठेकेदारों ने निगम मुख्यालय मेंं प्रदर्शन किया। ठेकेदारों ने आर्थिक परेशानियों का हवाला देते हुए नगर निगम से तत्काल भुगतान कराने की मांग की। ठेकेदारों की बातों को सुनने के बाद चीफ इंजीनियर एनके चौधरी ने लेखा विभाग से बात करके भुगतान कराने की बात कही। इस पर प्रदर्शनकारी ठेकेदार नहीं माने और नारेबाजी करते हुए नगरायुक्त से मिलने की मांग पर अड़ गये। ठेकेदारों का यह रवैया नगरायुक्त को नागवार गुजरा और उन्होंने ठेकेदारों से मिलने से साफ इंकार कर दिया। ऐसे में ठेकेदार नगरायुक्त से मिले बगैर ही वापस लौट गये। नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने प्रदर्शनकारी ठेकेदारों के लिए सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए गुणवत्तापूर्ण काम करने को कहा। नगरायुक्त ने कहा कि फंड की उपलब्धता के हिसाब से ठेकेदारों को भुगतान किया जा रहा है और जैसे-जैसे फंड उपलब्ध होगा भुगतान किया जाएगा। चीफ इंजीनियर ने ठेकेदारों को राजनीति से दूर रहने और काम पर ध्यान देने को कहा। प्रदर्शनकारी ठेकेदारों ने चीफ इंजीनियर एनके चौधरी को ठेकेदारों की मांग से संबंधित ज्ञापन सौंपा।contractor-protest-ghaziabad
नगर निगम के विभिन्न विभाग में काम करने वाले ठेकेदार बुधवार सुबह नवयुग मार्केट स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर पार्क में एकत्रित हुए। इसके बाद सभी निगम मुख्यालय पहुंचे और वहां नारेबाजी कर धरना देकर बैठ गए। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों को पिछले कई महीनों से भुगतान को लेकर आश्वासन मिल रहा है। लेकिन बकाये का भुगतान नहीं किया जा रहा है। इस कारण ठेकेदार आर्थिक संकट में फंस गये हैं और उनके लिए काम करना मुश्किल हो गया है। ठेकेदारों ने इस बात को लेकर भी नाराजगी जताई कि एक तरफ तो नगर निगम भुगतान नहीं कर रहा है दूसरी तरफ काम पूरा करने के लिए नोटिस जारी कर रहा है। ठेकेदारों ने कहा कि उनके पास निर्माण कार्य शुरू करने के लिए पैसे नहीं हैं और मार्केट से उधार भी नहीं मिल रहा है। ठेकेदारों द्वारा नगर निगम मुख्यालय में प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने चीफ इंजीनियर को भेजा। चीफ इंजीनियर नरेंद्र चौधरी ने ठेकेदारों को बताया कि नगरायुक्त भुगतान को लेकर गंभीर हैं। फिलहाल फंड की उपलब्धता पर्याप्त नहीं है। ऐसे में धीरे-धीरे भुगतान किया जाएगा। चीफ इंजीनियर से बातचीत के दौरान ठेकेदार नारेबाजी करने लगे और नगरायुक्त से मिलने की बात पर अड़ गये। चीफ इंजीनियर ने प्रदर्शनकारियों को बताया कि वह नगरायुक्त द्वारा बताई गई बातें ही उनके समक्ष रख रहें हैं। वह व्यक्तिगत रूप से भी ठेकेदारों का भुगतान कराने को लेकर प्रयास कर रहे हैं। चीफ इंजीनियर की बातें सुनने को ठेकेदार तैयार नहीं थे। ऐसे में चीफ इंजीनियर भी क्रोधित हो गये और उन्होंने ठेकेदारों को राजनीति से दूर रहकर काम करने की बात कही। पूरे घटनाक्रम को लेकर नाराजगी जताते हुए नगरायुक्त ने भविष्य में दोबारा इस तरह से बिना किसी नोटिस के धरना प्रदर्शन करने एवं नगर निगम के काम काज में व्यवधान उत्पन्न करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। नगर आयुक्त ने कहा कि काम करने वाले ठेकेदार काम कर रहे हैं लेकिन जो ठेकेदार काम को ठीक से नहीं करते और जिनके कामकाज को लेकर शिकायतें मिलती रहती है वह ठेकेदार प्रदर्शन कर रहे हैं। कई ब्लैक लिस्टेड ठेकेदार भी धरना प्रदर्शन में शामिल थे और कई विवादित ठेकेदार हैं जो हंगामा कर रहे हैं। नगर निगम में मनमानी करने वाले और हंगामा करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।