मानव जीवन में इंसानियत से बढकर कोई और धर्म नहीं: एडीएम सिटी

-अल्पसंख्यकों के सम्मान और उन्हें अधिकारों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से मनाया गया अल्पसंख्यक अधिकार दिवस

गाजियाबाद। भारत में अल्पसंख्यकों के सम्मान और उन्हें अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 18 दिसंबर को अल्पसंख्यक अधिकार दिवस मनाया जाता हैं। इसी क्रम में रविवार को कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देशन में अपर जिलाधिकारी नगर बिपिन कुमार की अध्यक्षता में अल्पसंख्यक अधिकार दिवस का आयोजन किया गया।
अपर जिलाधिकारी नगर बिपिन कुमार ने अल्पसंख्यक कल्याण के लिए सरकार की ओर से चलाए जा रहे कार्यक्रमों की विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों की रक्षा के साथ ही उनके अधिकारों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए यह दिवस मनाया जाता हैं इसलिए राष्ट्र निर्माण में बढ़चढ़ कर योगदान देना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से अल्पसंख्यकों को सशक्त करना चाहती हैं। अपर जिलाधिकारी नगर ने कहा कि जब तक अल्पसंख्यक शिक्षित नहीं होगा तब तक उनकी तरक्की संभव नहीं हो सकती इसके लिए सरकार की बहुत सी योजनाएं चल रही है जिसका लाभ लेकर हम आगे बढ़ सकतें हैं।

उन्होंने कहा कि मानव जीवन में इंसानियत से बढकर कोई धर्म नहीं होता है। हर व्यक्ति आगे बढने का प्रयास करता है जिसके लिए चिंतन ही महत्वपूर्ण है जिसके लिए हमें नई शिक्षा पद्धति को अपना चाहिए। एक ही पृष्ठ भूमि पर रहकर परिवार के अलग-अलग विचार हो सकते है। देश का संविधान हर वर्ग हर नागरिक तथा हर सामुदाय के लिए है। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि समाज में तरह-तरह की विविधतायें है हमें आज के दौर की शिक्षा के हिसाब से तरक्की के नए रास्ते खोलने होंगे। अपर जिलाधिकारी नगर ने कहा कि प्रजा तांत्रिक व्यवस्था है इसमें सभी के अधिकार सुरक्षित है। इस अवसर पर एसीएम प्रथम, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी चंद्रेश कुमार सिंह ने अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय के लोगो के कल्याण के लिये राज्य, केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रहीं विभिन्न योजनाओं एवं संवैधानिक अधिकारों में प्रचलित कानून, नियम व सुविधाओं आदि के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण जानकारियां दी। कायक्रम में जिला समाज कल्याण अधिकारी अमर जीत सिंह सहित अल्पसंख्यक समुदाय के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।