अभी मास्क ही वैक्सीन है: जब तक वैक्सीन नहीं तब तक सोशल डिस्टेंस व मास्क का करें प्रयोग
गाजियाबाद। कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अभी मास्क ही वैक्सीन है। हमें इसे नियम बना लेना होगा कि घर से बाहर निकलने से पहले मास्क जरूर पहनें। जिस तरह हम घर से बाहर निकल ते समय अच्छे कपड़े, जूते पहनना, मोबाइल लेना, पर्स रखना नहीं भूलते उसी तरह मास्क लगाना भी कतई ना भूले। कोरोनाकाल में यह संक्रमण फैलने से रोकने का कारगर तरीका माना जा रहा है। किसी के दबाव में नहीं, बल्कि खुद की सुरक्षा के लिए मास्क लगाएं। सरकार की गाइडलाइन का पालन करे। यह बातें रविवार को कोरोनाकाल में लोगों को संक्रमण से जागरूक करते हुए लेखपाल जिलाध्यक्ष सिद्धार्थ कौशिक ने कहीं। उन्होने कहा कि हमें कोरोना संक्रमण से लड़ाई के दौरान बेहद सजग और सतर्क रहने की आवश्यकता है। कोरोना संक्रमण को लेकर गाजियाबाद में अब बहुत से लोग बेहद लापरवाह हो गए हैं। लोग बिना मास्क पहने ऐसे घूम रहे हैं, जैसे कोरोना खत्म हो गया हो। घर से बाहर बिना मास्क निकलने वाले ये लोग सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान नहीं रख रहे हैं।
गलियों, पार्क और मार्केट में कई लोग बिना मास्क पहने ग्रुप्स में घूमते देखे जा सकते हैं। कोरोना को लेकर लापरवाह हुए लोगों में हर उम्र और हर वर्ग के लोग शामिल हैं। रेहड़ी-फडिय़ों पर सामान बेचने वालों से लेकर बड़े शोरूमों में बैठे कई दुकानदार भी या तो मास्क पहनते ही नहीं या नाक से नीचे कर रखते हैं। ग्राहकों के आने पर भी ये लोग मास्क को ठीक से नाक-मुंह पर नहीं लगाते। ऐसे में कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बना हुआ है। उन्होने बताया सड़कों पर दोपहिया वाहनों पर चलने वाले कई युवा भी मास्क को लेकर गंभीर नहीं हैं। कुछ लोग मास्क अपने पास रखते हैं, लेकिन पहनते नहीं। कहीं पुलिस नजर आ जाए तो कुछ देर के लिए मास्क लगा लेते हैं। एक से ज्यादा लोग भी दोपहिया पर बैठते हैं तो मास्क लगाना जरूरी नहीं समझते। डिस्टेंसिंग के नियम का उल्लंघन तो हर जगह हो रहा है। ढाबों पर लोगों को खाना खिलाने वाले हों या स्कूटर-कार या ऑटो में बैठे लोग, हर जगह लोग बिना मास्क और एक-दूसरे से सटकर बैठे रहते हैं। ऐसे हालात में हमें और अधिक जिम्मेदार होना चाहिए ताकि हम कोरोना सक्रमण के दौर में इस जंग को प्रभावी तरीके से लड़ सकें और समग्र प्रयास द्वारा खुद भी सुरक्षित रहें और अन्य लोगों को भी सुरक्षित रहने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें। जिलाध्यक्ष ने कहा कि हमें सरकारी गाइडलाइन का पालन करना है और शत-प्रतिशत अपने योगदान द्वारा इस संकटकालीन दौर में एक दूसरे का साथ देना है। बड़ी बात यह है कि हम सब समझदार हैं और यह जानते हैं कि स्थिति बहुत विकट है। ऐसे में हमें किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतना है।