संचारी रोग नियंत्रण के लिए सतर्कता एवं जागरूकता बेहद जरूरी: डीएम

-विशेष संचारी रोग नियंत्रण, दस्तक अभियान, आयुष्मान भारत, एनिमल बाईट एवं पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान को लेकर बैठक

गाजियाबाद। स्वास्थ्य विभाग की विशेष संचारी रोग नियंत्रण, दस्तक अभियान माह अक्टूबर, आयुष्मान भारत, जल जनित बीमारी, एनिमल बाईट एवं सघन पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान की जनपद स्तरीय अंतर्विभागीय बैठक कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी (डीएम) राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित की गई। डीएम राकेश कुमार सिंह ने विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान माह अक्टूबर की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि नगर निगम क्षेत्र, समस्त नगर पालिका, नगर पंचायतों एवं सभी ग्रामों में फागिंग एवं ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि निगरानी समितियों के माध्यम से संचारी रोग एवं दस्तक अभियान का प्रचार-प्रसार कराया जाए। निर्देश दिये कि इस समय बरसात के मौसम में प्राय: शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में नालियां जाम हो जा रही है, इसके लिए नालियों की साफ-सफाई प्रतिदिन कराते रहें।

उन्होंने ने कहा कि आशा एवं एएनएम के माध्यम से जनपद में बुखार के मरीजों को चिन्हित कर उनकी जांच डेंगू, मलेरिया के लिए अवश्य कराएं। जिससे डेंगू एवं मलेरिया के मरीजों का पता लगाया जा सके और उनका उचित उपचार किया जा सकें। स्कूलों में बच्चों को साफ-सफाई एवं वृक्षरोपण के प्रति जागरूक करें तथा स्कूली बच्चों को बतायें कि अपने आस-पास के क्षेत्र को साफ-सुथरा रखें। उन्होंने कहा कि रोगों से बचाव के लिए घर-घर सप्लाई होने वाले पानी की भी जांच कराई जाए। अधीनस्थ कर्मचारियों के माध्यम से अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाने के संबंध में प्रभावी कार्य योजना बनायी जाए साथ ही ग्राम वार एवं वार्ड वार ड्यू लिस्ट बनाने एवं इसके कड़ाई से अनुपालन के लिए निर्देशित किया।

उप श्रम आयुक्त को निर्देशित किया कि स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर अधिक से अधिक कैंपों का आयोजन कराते हुए अभियान में लक्ष्य को शत प्रतिशत प्राप्त करना सुनिश्चित कराएं। जल जनित बीमारियों को लेकर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि नगर निगम एवं सभी नगर निकाय अपने स्तर से नियमित रूप से शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। वर्तमान समय में जानवरों के काटने के कारण होने वाली घटनाओं के संबंध में समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने नगर निगम एवं नगर निकाय के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह अपने क्षेत्रों में पालतू कुत्तों के पंजीकरण की कार्यवाही कराने के लिए अपने स्तर से औपचारिकताएं प्रारंभ करें।

जनपद में 0-5 वर्ष तक के बच्चों के पल्स पोलिया टीकाकरण का लक्ष्य 727187 निर्धारित है, जिसके सापेक्ष अभियान के अंतर्गत अभी तक 464364 बच्चों के पल्स पोलिया टीकाकरण की कार्यवाही सुनिश्चित की जा चुकी है। टीकाकरण कराये जाने के लिए जनपद में 2157 टीमें डोर-टू-डोर टीकाकरण के लिए लगायी गई है। जिलाधिकारी ने समस्त एमओआईसी को निर्देश दिया कि पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के अंतर्गत नवजात शिशु, झुग्गी-झोपडिय़ों में रहने वाले, ईट-भट्टों, रेलवे स्टेशनों पर रहने वाले 0-5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की दवा अवश्य पिलाएं, जिसमें कोई भी बच्चा पोलिया ड्राप से वंचित न रहे। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 भवतोष शंखधर, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 डीएम सक्सेना, डीएसओ डॉ आरके गुप्ता, डब्ल्यूएचओ से डॉ अभिषेक कुलश्रेष्ठ, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।