विश्व रक्तदान दिवस: रक्तदान कर बचाएं चार लोगों की जान

  • यशोदा सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल, कौशांबी में निशुल्क रक्तदान शिविर का आयोजन

गाजियाबाद। अस्पतालों में भर्ती बहुत से ऐसे मरीज होते हैं, जिन्हें उपचार के दौरान खून की जरुरत होती है। मगर कुछ जान बच जाती है और कुछ की जान खून न मिलने के कारण चली जाती है। ऐसे में लोगों द्वारा स्वेच्छा से किए गए रक्तदान से ही ऐसे जरूरतमंदों की मदद की जा सकती है। एक व्यक्ति रक्तदान कर एक नहीं बल्कि चार लोगों की जान बचा सकता है। अधिक से अधिक लोग जरूरतमंदों की मदद के लिए रक्तदान कर सकें, इस उद्देश्य से ही 14 जून को विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता है। मंगलवार को विश्व रक्तदान दिवस के मौके पर यशोदा सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल, कौशांबी के द्वितीय तल पर स्थित ब्लड बैंक में एक दिवसीय निशुल्क रक्तदान शिविर आयोजित किया गया।

रक्तदान शिविर में 38 रक्त दाताओं ने बिना किसी स्वार्थ के रक्तदान किया। इस दौरान एक केक भी काटा गया, जिसमें अस्पताल के क्लीनिकल डायरेक्टर डॉ आरके मनी, चिकित्सा अधीक्षक डॉ अनुज अग्रवाल, पैथोलॉजी विभाग के वरिष्ठ डॉक्टर डॉ प्रशांत एवं डॉ सचिन एवं ब्लड बैंक इंचार्ज कैलाश पप्नोई मौजूद थे। वहीं रक्तदान शिविर में उत्तर प्रदेश पुलिस के सचिन ने भी ब्लड डोनेट किया। उन्होंने बताया कि वह पांचवी बार रक्तदान कर रहे है और रक्तदान करने से उनका शरीर पहले से भी स्वास्थ्य है। रक्तदान करने से किसी प्रकार की कोई कमजोरी नही आती है। जब भी समय मिले रक्तदान करें, क्योंकि आपका रक्तदान दुसरों के लिए जीवनदान है।

डॉ आरके मनी ने बताया कि नियमित रुप से रक्त दान करते रहने से शरीर में मौजूद गंदगी बाहर निकलती रहती है जिससे कई सारी गंभीर बीमारियों का खतरा टल जाता है। इतना ही नहीं ब्लड डोनेशन के बाद बोनमैरो नए रेड सेल्स बनाता है जिससे शरीर चुस्त-दुरूस्त बना रहता है। रक्तदान के बाद शरीर में ब्लड की कमी पूरा करने के लिए रेड ब्लड सेल्स नयी कोशिकाओं का निर्माण करती हैं। जिससे शरीर को नई उर्जा मिलती है और आप अंदर से अच्छा फील करते हैं।