गोद लिए 100 टीबी मरीजों को यशोदा कौशांबी अस्पताल ने वितरित किया पुष्टाहार किट

-टीबी का पोषण से गहरा नाता, सही समय पर उपचार जरुरी: डॉ पीएन अरोड़ा

गाजियाबाद। साहिबाबाद स्थित ईएसआई हॉस्पिटल में टीबी के मरीजों के पुष्टाहार के लिए शनिवार को यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी के सीएमडी डॉ पीएन अरोड़ा द्वारा गोद लिए गए गाजियाबाद के टीबी के मरीजों को यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशाम्बी द्वारा 100 पुष्टाहार किट वितरित की गईं। सीएमडी डॉ पीएन अरोड़ा ने कहा टीबी का पोषण से गहरा नाता है। यदि व्यक्ति कुपोषित है तो प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण उसे टीबी का संक्रमण होने का खतरा रहेगा।

यदि व्यक्ति टीबी से ग्रसित है तो उसे दवाओं के सेवन के साथ प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट फैटी एसिड, विटामिन और खनिज भरपूर खाने का सेवन करना चाहिए। क्षय रोगियों की जांच और इलाज नि:शुल्क सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध है। टीबी के मरीजों को पौष्टिक आहार की जरूरत होती है गंभीर या माध्यम रूप से कुपोषित या इलाज के दौरान वजन के लगातार कम होने से दवा का शरीर पर सही तरह से असर नहीं होता है।

पीपीएम दीपाली गुप्ता ने कहा लगातार 15 दिनों तक खांसी आए तो बलगम की जांच करा लेनी चाहिए। क्योंकि बहुत सारे ऐसे भी लोग हैं जो खांसी आने के बाद भी जांच कराने से कतराते हैं। इसके चलते उनकी बीमारी जरूरत से ज्यादा बढ़ जाती है और हालत गंभीर हो जाती है। ऐसे में इसका जांच और जांच के बाद निशुल्क इलाज ही इसका एकमात्र विकल्प है। ऐसे में आप शर्माए नहीं बल्कि टीबी रोग के लक्षण दिखने पर तत्काल जांच कराएं। इसका इलाज स्वास्थ्य केंद्र पर भी निशुल्क रूप से दिया जाता है। इस मौके पर डॉक्टर आर के शर्मा, राजेंद्र कुमार (एसटीएस), शशिकांत टीबीएचवी, एमएल खान (ट्रीटमेंट सपोर्टर), दीपक त्यागी, राजवीर, ईरम (टीएस) मौजूद थे।