बेटियां होती है लक्ष्मी का स्वरूप

पाण्डेय परिवार के घर लक्ष्मी का हुआ आगमन, परिवार में खुशी का माहौल

दिल्ली/सुल्तानपुर। बगैर बेटियों के समाज अधूरा है। बेटियां लक्ष्मी का रूप होती हैं। जिस घर में वे आ जाती हैं उस घर का भाग्य उदय हो जाता है। कंपनी कीटनाशक भारत सीमित के विज्ञापन प्रबंधक संदीप पाण्डेय के घर एक बार फिर लक्ष्मी का आगमन हुआ है। उनके घर पुत्री ने जन्म लिया है। सुल्तानपुर के अस्पताल में बच्ची का जन्म हुआ। जच्चा और बच्चा दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं। घर में लक्ष्मी के आगमन से खुशी का माहौल है। परिवारजन और सगे संबंधी काफी खुश है। संदीप पाण्डेय को फोन पर निरंतर बधाईयां मिल रही है। घर में नन्हें मेहमान के आने पर संदीप पाण्डेय और उनकी पत्नी पूर्णिमा पाण्डेय बेहद खुश हैं। गुरूवार शाम को सुल्तानपुर के निजी अस्पताल में बिटिया का जन्म हुआ। संदीप पाण्डेय के पिता राम चरित्र पाण्डेय, माता श्रीमति ज्ञान्ती पाण्डेय दादा-दादी और शिवेश पाण्डेय चाचा बनने से बेहद खुश हैं। नाना शिव शंकर पाण्डेय और नानी शीला पाण्डेय, मामा संतोष पाण्डेय, मामी नीलम पाण्डेय घर में बिटिया के आने से बहुत प्रशन्न हैं। घर में खुशी का माहौल है। संदीप के पिता राम चरित्र पाण्डेय ने कहा कि बिटिया घर की लक्ष्मी होती है। घर में दुसरी बिटिया का जन्म हुआ है और हम सब काफी खुश हैं। शिव शंकर पाण्डेय ने कहा कि बेटियां हर घर की दौलत होती है, वो जिस आंगन पर उतरती है उसका मुकद्दर सिकंदर हो जाता है। बेटियां इसीलिए लक्ष्मी हैं कि जहां पैदा हुई हैं और जहां जाएंगी, उस घर को ऐसा बना देंगी कि वहां से वैभव, खुशी, सुख-शांति कभी रूठकर न जाए। पत्नियां इसीलिए गृहलक्ष्मी हैं कि वे न हों तो घर-घर नहीं रहता। कोरोना संकट काल संदीप पाण्डेय और पूर्णिमा पाण्डेय के लिए काफी कठिन समय रहा है। संदीप पाण्डेय ने कोरोना काल के दौरान अपने परिवार से दूरी बनाते हुए अपने कार्यों को प्राथमिकता दी। इस दौरान पति-पत्नी एवं परिवारजनों के लिए कई बार कठिन और भावुक करने वाले क्षण भी आए। अब घर में बिटिया के आगमन से खुशी का माहौल है। वहीं भाई नमन, नैतिक और सानवी भी घर में अपनी छोटी बहन के आने से काफी खुश है। उदय भूमि परिवार की तरफ से संदीप पाण्डेय और पूर्णिमा पाण्डेय को ढ़ेरों शुभकामनाएं।