अलविदा : रामविलास पासवान का अंतिम संस्कार

अंतिम यात्रा में उमड़ी समर्थकों की जबरदस्त भीड़

पटना। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। दीघा घाट पर गमगीन माहौल में पासवान का अंतिम संस्कार किया गया। इस दरम्यान उनके बेटे चिराग पासवान एकाएक बिलख पड़े। पूरे राजकीय सम्मान के साथ केंद्रीय मंत्री पासवान का अंतिम संस्कार किया गया। इसके पहले रामविलास की अंतिम यात्रा उनके पटना निवास से निकली। ऐसे में उनके समर्थक भावुक हो गए। अंतिम यात्रा के दौरान जगह-जगह भारी भीड़ उमड़ पड़ी। शुक्रवार की देर शाम रामविलास पासवान का पार्थिव शरीर पटना पहुंचा था। एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, नित्यानंद राय, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप-मुख्यमंत्री सुशील मोदी भी पासवान की अंतिम यात्रा के समय पटना के दीघा घाट में मौजूद रहे। पासवान के अंतिम दर्शन के लिए जनता दल यूनाईटेड के नेता आरसीपी सिंह, एमएलसी संजीव सिंह, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी, पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गुप्तेश्वर पांडेय और रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा भी पहुंचे। उधर, शनिवार की सुबह रामविलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी भी अंतिम दर्शन को पटना स्थित आवास पहुंचीं। दीघा घाट पर दिवंगत रामविलास पासवान के अंतिम संस्कार के समय माहौल गमगीन हो गया। बेटे चिराग पासवान ने पिता को मुखाग्नि दी। ऐसे में वह एकाएक बिलख पड़े। बाद में चिराग को संभाला गया। बता दें कि बिहार के दिग्गज नेता एवं केंद्र सरकार में मंत्री रामविलास पासवान काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे। 2 बार हॉर्ट ऑपरेशन होने के बावजूद उनकी तबीयत में सुधार नहीं आया। बिहार की राजनीति में रामविलास ने अपनी अलग छाप छोड़ी थी। उन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) की स्थापना की थी। लोजपा की कमान अब उनके बेटे चिराग पासवान के हाथ में है। पासवान को देश के आधा दर्जन प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने का मौका मिला था।