कृषि बिल का विरोध : रेल रोको आंदोलन शुरू

पंजाब में किसानों का रेलवे ट्रैक पर जमावड़ा

चंडीगढ़। केंद्र सरकार और 3 कृषि बिल के खिलाफ पंजाब में किसान आंदोलन शुरू हो गया है। नाराज किसानों ने 3 दिन तक रेल रोका आंदोलन चलाने की घोषणा की है। किसानों ने अमृतसर और फिरोजपुर में रेलवे ट्रैक को बाधित कर दिया है।उधर, रेलवे ने एहतियातन 24 से 26 अक्तूबर तक पंजाब में रेल सेवा को रोकने का निर्णय लिया है। लोकसभा और राज्यसभा से 3 कृषि बिल को मंजूरी मिल चुकी है। इन किसान बिल का विपक्षी दलों द्वारा पुरजोर विरोध किया जा रहा है। इसी क्रम में अब किसानों ने भी आंदोलन का ऐलान कर दिया है। पंजाब में वीरवार से किसानों ने 3 दिन तक रेल रोको आंदोलन चलाने की घोषणा की है। किसानों ने 25 सितंबर को राज्यव्यापी बंद का ऐलान किया है। अमृतसर और फिरोजपुर में रेलवे ट्रैक पर किसानों ने धरना दिया। किसानों को कहना है कि यदि एक बार मंडी के बाहर खरीद शुरू हो गई तो उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली से हाथ धोना पड़ सकता है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार किसानों से वार्ता करने के मूड में नहीं है। किसान भी कतई पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि तीनों बिल का लंबे समय तक विरोध किया जाएगा। यदि सरकार ने इन बिलों को वापस नहीं लिया तो आंदोलन और तेज होगा। देश में चावल और गेहूं के प्रमुख उत्पादक राज्य पंजाब और हरियाणा के किसान इन बिलों का खुलकर विरोध कर रहे हैं। वहीं, किसान आंदोलन के मद्देनजर रेलवे ने 24 से 26 अक्तूबर तक पंजाब में रेल परिचालन को रोक दिया है। यानि तीनों दिन ट्रेनों का परिचालन नहीं होगा। ट्रेनों को अम्बाला कैंट, सहारनपुर और दिल्ली स्टेशन पर टर्मिनेट किया जाएगा। अम्बाला-लुधियाना व अम्बाला-चंडीगढ़ रेलमार्ग बंद रहेगा। 3 दिनों में 34 ट्रेनों को शार्ट टर्मिनेट, रद्द व रूट डायवर्ट किया जाएगा। इनमें 26 यात्री और 8 पार्सल ट्रेन शामिल हैं। पंजाब में किसान आंदोलन को देखकर सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दी गई है।