श्री रविदास अखाड़ा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नरेंद्र चौधरी ने किए बाबा केदारनाथ के दर्शन

रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड में चार धाम यात्रा अब समाप्ति की ओर बढ़ रही है। केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि का एलान होने के बाद अब बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने की भी तिथि का एलान कर दिया गया है। बद्रीनाथ धाम के कपाट अगले महीने 18 नवंबर को शीतकालीन प्रवास के लिए बंद कर दिए जाएंगे। जिसके बाद से उत्तराखंड में चार धाम यात्रा में दर्शन के लिए वीवीआईपी का आना शुरु हो गया है। वहीं शनिवार को श्री रविदास अखाड़ा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नरेंद्र चौधरी ने अपने समर्थकों के साथ बाबा केदारनाथ के दर्शन किए।

जहां मंदिर के समीप केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, मंदिर समिति, तीर्थ पुरोहित समाज ने परंपरागत मंत्रोच्चारण एवं रुद्राक्ष की माला पहनाकर उनका स्वागत किया। राष्ट्रीय प्रवक्ता नरेंद्र चौधरी ने कहा केदारनाथ में जिला प्रशासन की ओर से बेहतर व्यवस्थाएं की गई हैं। बाबा केदार के दर्शन पूरी सुविधा के साथ करवाए जा रहे हैं। इसके साथ ही यहां पर पुलिस की व्यवस्था भी बेहतर है। केदारनाथ धाम में स्वर्ग की अनुभूति होती है। भगवान शिव के साक्षात यहां पर होने का अनुभव प्राप्त हुआ है।

केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने कहा उत्तराखंड में स्थित चार धामों में प्रथम धाम यमुनोत्री के कपाट 15 नवंबर को भैया दूज के दिन सुबह 11:57 पर बंद होंगे। 15 नवंबर को अभिजीत मुहूर्त व मकर लग्न में यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद होंगे। उसके बाद शीतकाल में मां यमुना के दर्शन खरसाली खुशी मैथ में होंगे। बद्रीनाथ धाम से पहले केदारनाथ और गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तारीखों का भी एलान हो चुका है। केदारनाथ धाम के कपाट भी यमुनोत्री धाम के साथ ही 15 नवंबर को होंगे जबकि गंगोत्री धाम के कपाट इससे एक दिन पहले 14 नवंबर को बंद हो जाएंगे।