लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक बार फिर योगी आदित्यनाथ सरकार आएगी। जन आकांक्षाओं पर मौजूदा सरकार खरी उतरी है। इसके चलते सरकार को दोबारा सत्ता में लौटना लगभग तय है। यह दावा चुनावी सर्वे एजेंसी ने किया है। इस एजेंसी ने योगी सरकार के अब तक कार्यकाल के संबंध में जनता के बीच जाकर सर्वे किया है। सर्वे रिपोर्ट कम से कम भाजपा के लिए सुकून भरा समाचार लेकर आई है। देश के 5 राज्यों में अगले साल विधान सभा चुनाव होने हैं। इसके मद्देनजर सभी राजनीतिक दलों ने अपने-अपने स्तर से चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश का मूड चुनावी सर्वे एजेंसी ने भांपने का प्रयास किया है। एजेंसी के सर्वे में दावा किया गया है कि यूपी में पुन: योगी सरकार की आमद संभव है। एबीपी न्यूज के लिए सी वोटर की ओर से यह सर्वे किया गया है। सर्वे रिपोर्ट भाजपा के लिए आशाजनक तो सपा-बसपा और कांग्रेस के लिए निराशाजनक रही है। सर्वे रिपोर्ट में दावा है कि अगले विधान सभा चुनाव में भाजपा को 41 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद है। 41 फीसदी वोट के साथ वह सत्ता में पुन: वापसी करेगी। भाजपा के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) दूसरा सबसे बड़ा दल बनकर उभरने की उम्मीद है।
सपा को 32 प्रतिशत वोट के साथ संतोष करना पड़ सकता है। इसी क्रम में बसपा को 15 प्रतिशत और कांग्रेस को महज 6 प्रतिशत वोट मिलने की उम्मीद है। यानी बसपा और कांग्रेस अगले विधान सभा चुनाव में कोई करिश्माई प्रदर्शन करती दिखाई नहीं देंगी। सर्वे रिपोर्ट बताती है कि अन्य दलों के खाते में 6 प्रतिशत वोट जा सकते हैं। उधर, सीटों के लिहाज से यदि देखें तो भाजपा के खाते में 241 से 249 सीटें जाने की संभावना है। सपा के हिस्से में 130 से 138 सीटें तथा बसपा 15 से 19 के मध्य और कांग्रेस 3 से 7 सीट के बीच सिमट सकती है।
उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी खिलेगा कमल ?
सी वोट के सर्वे ने उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी भाजपा का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहने की संभावना जाहिर की है। इन तीनों राज्यों में भी भाजपा को अच्छे वोटों के साथ सत्ता संभालने का मौका मिल सकता है। जबकि पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) सबसे बड़े दल के रूप में उभर सकती है। उत्तराखंड में भाजपा को 45 प्रतिशत, गोवा में 38 प्रतिशत और मणिपुर में 36 प्रतिशत मत मिलने की संभावना है। पंजाब में भाजपा की हालत सबसे खराब रहने का दावा चुनावी सर्वे एजेंसी ने किया है। पंजाब में भाजपा को महज 4 फीसदी वोट मिल सकते हैं। जबकि आप को सर्वाधिक 36 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद जाहिर की गई है।