अवैध कब्जों के खिलाफ ग्रेटर नोएडा में अतिक्रमण उन्मूलन दस्ता तैयार

भू-माफिया के खिलाफ अब नियमित रूप से होगी कार्रवाई

ग्रेटर नोएडा। विश्व स्तरीय शहर ग्रेटर नोएडा की खूबसूरती और पहचान को बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं। शहर को स्लम बनने से रोकने के लिए मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ने महत्वपूर्ण पहल की है। इसके तहत ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में अतिक्रमण कर्ताओं की अब खैर नहीं है। अवैध कब्जों को ढहाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में अतिक्रमण उन्मूलन दस्ते का गठन किया गया है। यह दस्ता अतिक्रमण के खिलाफ नियमित रूप से अभियान चलाएगा। अवैध कब्जा करने पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।

ग्रेटर नोएडा के अधिसूचित क्षेत्र में अतिक्रमण रोकने एवं अवैध कब्जों को ध्वस्त करने के लिए व्यापक पैमाने पर कार्रवाई की तैयारी है। सीईओ व मेरठ मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह की पहल पर पहली बार अतिक्रमण उन्मूलन दस्ते का गठन किया गया है। इस दस्ते में सेना के 10 सेवानिवृत जवानों की तैनाती की गई है। ग्रेनो प्राधिकरण में तैनात पुलिस कर्मी भी इस दस्ते में शामिल किए गए हैं। प्राधिकरण में तैनात पुलिस इंस्पेक्टर इस दस्ते के प्रमुख होंगे। जिस एरिया में अतिक्रमण ध्वस्त करना है, वहां के वर्क सर्किल के प्रभारी और भूलेख विभाग के एसडीएम अतिक्रमण ध्वस्त करने की कार्रवाई का नेतृत्व करेंगे।

आवश्यकता पड़ने पर स्थानीय पुलिस का भी सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए प्राधिकरण व पुलिस विभाग की आपसी सहमति बन चुकी है। 6 जेसीबी, डंफर व अन्य वाहन भी इसी दस्ते के अधीन कर दिए गए हैं। सीईओ सुरेंद्र सिंह ने सभी वर्क सर्किल इंजीनियरों को अलर्ट किया है कि कहीं भी नया अतिक्रमण न होने दें और जहां भी निर्माण हो चुका है, उसे तत्काल ढहा दें। जरूरत पड़ने पर स्थानीय पुलिस भी अतिक्रमण हटाने में सहयोग करेगी। इस कार्य में लापरवाही किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीईओ ने चेतावनी दी कि अगर किसी जगह पर अतिक्रमण कराने में प्राधिकरण कर्मी की मिलीभगत सामने आई तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ग्रेटर नोएडा जैसे विश्वस्तरीय शहर को स्लम बनाने की इजाजत किसी को नहीं है।