जामिया मिलिया को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से झटका

3 माह तक स्ट्रक्चरल सेफ्टी सर्टिफिकेट जारी करने पर पाबंदी

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से जामिया मिलिया को एकाएक झटका लगा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने जामिया मिलिया से बिल्डर प्रोजेक्ट्स को अगले 3 माह तक स्ट्रक्चरल सेफ्टी सर्टिफिकेट जारी नहीं हो सकेंगे। ग्रेनो प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नरेंद्र भूषण ने इस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। स्ट्रक्चरल डिजाइन में खामियां मिलने पर यह कदम उठायसा गया है। इसके अलावा सीईओ ने संबंधित विभागों की कमेटी गठित कर रिपोर्ट तलब की है। यदि कुछ और बिल्डर प्रोजेक्ट्स में भी स्ट्रक्चरल डिजाइन में कमियां सामने आती हैं तो जामिया मिलिया को पैनल से सस्पेंड कर दिया जाए।

मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नरेंद्र भूषण ने बुधवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ग्रेनो प्राधिकरण के साइट ऑफिस में जन-शिकायतों की सुनवाई की। इस दौरान कुछ आवंटियों ने बिल्डर प्रोजेक्ट्स से संबंधित शिकायतें की। ऐसे में कई शिकायतें बिल्डर द्वारा निर्मित रिहायशी प्रोजेक्ट के स्ट्रक्चरल डिजाइन से जुड़ी हुई थीं। कई बिल्डर प्रोजेक्ट्स में इस प्रकार की खामियां सामने आर्इं। राधा स्काई गार्डन के नागरिक गौरव पटेल ने भी स्ट्रक्चर डिजाइन में खामी के चलते बेसमेंट में लीकेज होने की शिकायत की। ऐसे में सीईओ ने नियोजन विभाग को जामिया मिलिया के स्ट्रक्चर सेफ्टी सर्टिफिकेट को 3 माह के लिए स्थगित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वहां के सर्टिफिकेट को स्वीकार न किया जाए। सीईओ ने कहा कि कमेटी बनाकर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। उन्होंने कहा कि ज्यादा खामियां मिलने पर जामिया मिलिया को पैनल से निलंबित कर दिया जाए।

जन-सुनवाई के दौरान नेफोवा के मनीष कुमार ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आधार कार्ड का केंद्र खुलवाने की मांग की। इस पर सीईओ ने तत्काल अमल करने की बात कही। गैलेक्सी वेगा सोसाइटी के नागरिकों ने पास की ग्रीन बेल्ट में ओपन जिम बनवाने और स्ट्रीट लाइट व हाई मास्ट लाइट लगवाने की मांग की। सीईओ ने संबंधित विभागों को अग्रिम कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। सीईओ ने रामलीला मैदान को विकसित करने के भी निर्देश दिए। इसके अलावा ऐमनाबाद में खेल मैदान व ग्रीन बेल्ट विकसित करने को कहा गया। इस मौके पर महाप्रबंधक परियोजना एके अरोड़ा, महाप्रबंधक नियोजन मीना भार्गव, वरिष्ठ प्रबंधक सलिल यादव व कपिल देव सिंह, श्योदान सिंह आदि अधिकारी मौजूद रहे।