व्यावसायिक प्रोजेक्ट पर अब जिला पंचायत का नियंत्रण, लापरवाह बिल्डर ब्लैक लिस्ट

ग्रेटर नोएडा। प्रस्तावित व्यावसायिक प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन समय से ना होने पर जिला पंचायत ने सख्त रूख अपनाया है। प्रोजेक्ट को अपने कब्जे में लेने के साथ बिल्डर को काली सूची में डाल दिया गया है। इस पा्रेजेक्ट में कुल 165 दुकानें हैं। प्रोजेक्ट के निवेशकों को सप्ताहभर में निवेश से संबंधित कागजात जमा करने के निर्देश दिए गए हैं। यह प्रोजेक्ट अब जिला पंचायत खुद पूरा करेगा। जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी धर्मजीत त्रिपाठी ने बताया कि 2009 में दादरी में 9762 वर्ग फीट में व्यावसायिक परियोजना लॉन्च की गई थी।

परियोजना की जिम्मेदारी सर्विलाइंस इंजीनियर्स कारपोरेशन को सौंपी गई थी। इसमें कांप्लेक्स का निर्माण कर दुकानों का आवंटन बिल्डर को करना था। जिला पंचायत को सिर्फ अनुबंध करना था। इस तीन मंजिला प्रोजेक्ट में लगभग 165 दुकानों का निर्माण 2015 तक पूर्ण किया जाना था। निर्धारित समय में बिल्डर परियोजना पूरी नहीं कर सका। जबकि बिल्डर को दो साल का अतिरिक्त समय दिया गया था। इसके बावजूद 2017 तक भी कार्य पूरा नहीं किया गया। त्रिपाठी ने बताया कि परियोजना का प्रथम तल तैयार हो गया है। ऊपरी तल का अभी ढांचागत बना है। बार- बार नोटिस दिए जाने के बाद भी काम पूरा नहीं हुआ।

धर्मजीत त्रिपाठी ने बताया कि इसके बाद बिल्डर को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है। परियोजना को जिला पंचायत ने अपने नियंत्रण में ले लिया है। परियोजना के अधूरे कार्य जिला पंचायत पूरा करेगी। इसमें निवेश करने वाले आवंटियों से आवंटन के दस्तावेज मांगे गए हैं। अपर मुख्य अधिकारी ने बताया कि गत नौ जून को प्रशासनिक स्तर पर आवंटियों की जांच के लिए कमेटी गठित की गई थी। जांच में कई आवंटी ऐसे मिले जो आवंटन के दस्तावेज पेश नहीं कर पाए। ऐसे आवंटियों को एक और मौका दिया गया है। उन्हें एक सप्ताह का समय दिया गया है। अगर तय समय में कागज नहीं जमा किए तो उन्हें अतिक्रमणकारी माना जाएगा और विभागीयस्तर पर कार्रवाई होगी।