अंग्रेजी शराब पर 10 रुपए अधिक मांग रहा था विक्रेता, पहुंचा जेल

-अवैध शराब की बिक्री के खिलाफ आबकारी विभाग ने चलाया विशेष अभियान

गौतमबुद्ध नगर। अवैध शराब के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए जनपद में आबकारी विभाग द्वारा चलाए जा रहे विशेष प्रवर्तन अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीम ने ओवर रेटिंग मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया विक्रेता आबकारी विभाग की सख्ती के बाद भी अंग्रेजी शराब पर ग्राहकों से 10 रुपए की अधिक की वसूली कर रहा था। जैसे ही इसकी शिकायत आबकारी विभाग को मिली, सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए दुकान पर गुप्त टेस्ट परचेजिंग कराया गया, जहां विक्रेता द्वारा शराब पर अंकित मूल्यों से अधिक वसूली करता हुआ पाया गया। अनुज्ञापियों को बार-बार आबकारी विभाग नियमानुसार शराब बिक्री करने की चेतावनी दे रहा है। साथ ही उन्हें नियमों का पाठ भी पढ़ा रहा है। मगर उसके बाद भी विक्रेता अपनी करतूतों से बाज नही आ रहे है।

जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया शनिवार रात को चिपियाना बुजुर्ग स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान की एक व्यक्ति द्वारा शिकायत मिली की विक्रेता शराब से पर अंकित मूल्यों से अधिक वसूली कर रहा है। विरोध करने पर गाली-गलौज भी करता है। शिकायत मिलते ही आबकारी निरीक्षक क्षेत्र-1 गौरव चंद को उक्त दुकान का गुप्त टेस्ट परचेजिंग करने के निर्देश दिए गए। टीम द्वारा जब उक्त दुकान पर गुप्त टेस्ट परचेजिंग कराई गई तो विक्रेता संदीप पुत्र रामनिवास अग्रेंजी शराब पर 10 रुपए की अधिक वसूली करता हुआ पाया गया। जिसके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया। साथ ही उसे आबकारी विभाग के पोर्टल पर ब्लैक लिस्ट की भी कार्रवाई की गई। जिससे विक्रेता भविष्य में कहीं भी शराब की दुकान पर काम ना कर सकें।

वहीं आबकारी निरीक्षक क्षेत्र -2 रवि जायसवाल की टीम द्वारा थाना सेक्टर 113 में सोरखा तिराहे पर चेकिंग के दौरान सुनील कुमार पुत्र लालाराम निवासी सलारपुर थाना सेक्टर-39 को गिरफ्तार किया गया। जिसके कब्जे से 35 पौआ कैटरीना ब्रांड देसी शराब यूपी मार्का बरामद किया गया। पकड़ा गया क्षेत्र में संचालित शराब की दुकान से ही उक्त शराब को खरीदकर घर के आसपास के लोगों को महंगे दामों बेचता था। जिसके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया। उन्होंने आबकारी निरीक्षकों सख्त निर्देश देते हुए कहा सभी आबकारी निरीक्षक क्षेत्र में चेकिंग के साथ-साथ शराब की दुकानों का प्रतिदिन गुप्त टेस्ट परचेजिंग भी करते रहे। साथ ही अनुज्ञापी भी खुद दुकानों का निरीक्षण करें और विक्रेता के कार्यों पर नजर रखें।