इंफ्रा बॉन्ड से धन जुटाकर प्रोजेक्ट्स पूरे करेगा यमुना प्राधिकरण

ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) को विकास योजनाओं के लिए धन का प्रबंध करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। इसके लिए अब इंफ्रा बॉन्ड का सहारा लिया गया है। इंफ्रा बॉन्ड जरिए रकम का बंदोबस्त करने के प्रयास तेज हो गए हैं। ऐसे में यमुना प्राधिकरण ने सलाहकार एजेंसी चयनित करने को दोबारा रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) निकालने का निर्णय लिया है। इसके लिए विशेषज्ञों के साथ चर्चा की जा रही है। जल्द आरएफपी निकाल कर सलाहकार एजेंसी का चयन कर लिया जाएगा। इंफ्रा बॉन्ड के जरिए यमुना प्राधिकरण को अच्छी खासी रकम मिलने की उम्मीद है।

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में वर्तमान में कई हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट पाइप लाइन में हैं। इनमें फिल्म सिटी, मेडिकल डिवाइस पार्क, लॉजिस्टिक हब, हेरिटेज सिटी आदि प्रमुख हैं। इन प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए मोटी रकम की जरूरत है। अलबत्ता यमुना प्राधिकरण ने इंफ्रा बॉन्ड के जरिए धन जुटाने का मन बनाया है। इंफ्रा बॉन्ड निकालने के लिए यमुना प्राधिकरण ने आरएफपी निकाला था। इसके चलते गत 6 जून को प्री बिड मीटिंग भी आयोजित की गई थी। इसमें आईसीआईसीआई सिक्योरिटी, एसबीआई कैपिटल मार्केट, एक्सिस बैंक, ट्रस्ट ग्रुप, एके कैपिटल, इक्यूरास कैपिटल, टिप्संस कंसलटेंसी, डाराशावह व टीडीआर लैंड ने प्रतिभाग किया था।

इन कंपनियों ने अपने-अपने सुझाव दिए थे। विशेषज्ञों के सुझावों को ध्यान में रखकर यमुना प्राधिकरण ने पुन: आरएफपी निकालने की योजना तैयार की है। पूर्व में निकाली गई आरएफपी को निरस्त किया जाएगा। आरएफपी को नए सिरे से तैयार कराया जा रहा है। ऐसे में जल्द आरएफपी निकाली जाएगी ताकि सलाहकार एजेंसी का चयन किया जा सके। यह एजेंसी इंफ्रा बॉन्ड निकालने में सहायता करेगी। बॉन्ड के जरिए धन जुटाया जाएगा ताकि भविष्य की योजनाओं को समय पर पूरा किया जा सके। उधर, यमुना प्राधिकरण की अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एसीईओ) मोनिका रानी ने बताया कि इंफ्रा बॉन्ड निकालने के लिए एक बार फिर से आरएफपी निकाली जाएगी। इस संबंध में तैयारी चल रही है।