मेडिकल क्षेत्र में विदेशों पर निर्भरता खत्म करेगा यमुना प्राधिकरण का मेडिकल डिवाइस पार्क

– कॉमन साइंटिफिक फैसिलिटी सेंटर के लिए सलाहकार कंपनी के चयन की प्रक्रिया शुरू
– मेडिकल डिवाइस पार्क को जल्द शुरू करने के लिए फ्लैटेड फैक्ट्री बनाई जाएंगी
– एक छत के नीचे स्थापित होंगे 50 फैक्ट्री, चार मंजिला होगा फैक्ट्री बिल्डिंग
– मेडिकल एक्सपोर्ट काउंसिल का मुख्यालय बनेगा यमुना सिटी

विजय मिश्रा (उदय भूमि ब्यूरो)
ग्रेटर नोएडा। मेडिकल उपकरण के क्षेत्र में विदेशों पर भारत की निर्भरता को खत्म करने के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) क्षेत्र में मेडिकल डिवाइस पार्क प्रोजेक्ट पर काम जोरों पर चल रहा है। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के नेतृत्व में प्राधिकरण द्वारा मेडिकल डिवाइस पार्क में बड़ी बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों के अलावा मीडियम और स्मॉल कैटेगरी की कंपनियों के लिए भी योजना तैयार की गई है। यीडा की फ्लैटेड फैक्ट्री योजना के तहत एक छत के नीछे कई कंपनियों को अपनी औद्योगिक इकाईयां स्थापित करने के लिए किराये पर जगह दी जाएगी। प्रथम चरण में फ्लैटेड फैक्ट्री के तीन कंपाउंड बनाए जाएंगे। एक कंपाउंड में 50 कंपनियां अपनी औद्योगिक इकाईयां स्थापित कर सकेंगी। इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि उन्हें फैक्ट्री के इंफ्रास्ट्रक्चर पर कोई खर्च नहीं करना पड़ेगा।

सभी प्रकार के इंफ्रास्ट्रक्चर प्राधिकरण डेवलप करेगा और सिर्फ किराया देकर कंपनियां यहां पर अपना कारोबार कर सकेंगी। मेडिकल डिवाइस पार्क (एमडीपी) में बनने वाले कॉमन साइंटिफिक फैसिलिटी सेंटर के लिए कंसलटेंट कंपनी के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस सेंटर में मेडिकल उपकरण से जुड़े सभी तरह के शोध और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। टेक्निकल विड में तीन कंपनियों ने क्वालीफाई किया है। फाइनेंशियल बिड और टेक्निकल बिड में प्राप्त अंकों के आधार पर जल्द ही कंसलटेंट की नियुक्ति कर दी जाएगी।

केंद्र एवं राज्य सरकार महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में शामिल मेडिकल डिवाइस पार्क की योजना यीडा की प्राथमिकता में है। यह प्रोजेक्ट मेडिकल उपकरण और मेडिकल क्षेत्र से संबंधित कच्चे माल पर चीन एवं अन्य देशों की निर्भरता खत्म कर भारत को आत्मनिर्भर बनाएगा। भविष्य की योजना है कि मेडिकल उपकरण के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के साथी एक निर्यातक देश के तौर पर स्थापित किया जाये। इसी को ध्यान में रखते हुए मेडिकल डिवाइस पार्क में मेडिकल एक्सपोर्ट काउंसलिंग का मुख्यालय बनाया जाएगा। उद्यमियों को निर्यात से संबंधित समस्त प्रक्रिया यहीं से पूरी करने की सहूलियत मिलेगी। यमुना सिटी में एक्सपोर्ट काउंसिल का मुख्यालय होगा जबकि देश के अलग-अलग हिस्सों में चार रीजनल सेंटर भी बनाय जाएंगे।

यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-28 में 350 एकड़ में बनने वाले मेडिकल डिवाइस पार्क के पहले चरण में 37 कंपनियों को जमीन आवंटित हो चुकी है। जल्द ही दूसरे चरण की योजना निकाली जाएगी। मेडिकल डिवाइस पार्क में कॉमन साइंटिफिक फैसिलिटी सेंटर विकसित किया जाएगा। इस सेंटर को बनाने के लिए कंसलटेंट की नियुक्ति के लिए पिछले दिनों आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) निकाला गया था। इसमें तीन कंपनियां आई हैं। इसमें वायंट कंसलटेंट, मेहता एसोसिएट्स और आर्ट एंड डिजाइन कंपनी शामिल है। शुक्रवार को तीनों कंपनियों ने प्रेजेंटेशन दिया। अब सोमवार को वित्तीय निविदा खोली जाएगी। कॉमन साइंटिफिक सेंटर में कंपनियों को कई सुविधाएं मिलेंगी। इसमें बायो मैकेनिकल लैब, गामा रेडिएशन सेंटर, इलेक्ट्रॉनिक जोन, वेयरहाउसिंग सुविधा, इनक्यूबेटर, टिश्यू कल्चर, रिसर्च एंड डेवलपमेंट, थ्री डी डिजाइन रैपिड प्रोटोटाइपिंग एंड टूलिंग, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम एंड डिजाइन फैसिलिटी आदि शामिल है।