यमुना एक्सप्रेस-वे : दुर्घटनाएं रोकने को लगेंगे क्रश बैरियर

आईआईटी दिल्ली के सुझावों पर अमल, खर्च होंगे 108 करोड़

ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाएं रोकने के लिए कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए सेंट्रल वर्ज पर क्रश बैरियर लगाए जाएंगे। क्रश बैरियर का काम अप्रैल से शुरू हो जाएगा। इस पर करीब 108 करोड़ रुपए खर्च होंगे। क्रश बैरियर लगने से हादसों को रोकने में सफलता मिल सकेगी। निजी कंपनी को इस काम का जिम्मा सौंपा गया है। जानकारी के अनुसार क्रश बैरियर लगने से दूसरी लेन में अनियंत्रित होकर वाहनों के आने पर रोक लग सकेगी। क्रश बैरियर को लगाने की सिफारिश आईआईटी दिल्ली ने की थी। दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने हेतु दिल्ली आईआईटी ने यमुना एक्सप्रेस-वे का सुरक्षा ऑडिट किया था। आईआईटी ने राय दी थी कि एक्सप्रेस-वे के सेंट्रल वर्ज के दोनों तरफ यदि क्रश बैरियर लगा दिए जाएं तो दुर्घटनाओं को रोकना संभव है। इस सिफारिश के बाद भी कई हादसे ऐसे हुए हैं, जिसमें वाहन अनियंत्रित होकर दूसरी लेन में आ गए। आईआईटी दिल्ली के इन सुझावों पर अब अमल आरंभ होने जा रहा है। 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेस-वे के सेंट्रल वर्ज पर क्रश बैरियर लगाए जाएंगे। जेपी ग्रुप के उपाध्यक्ष अशोक खेड़ा ने बताया कि इस कार्य को करने के लिए कंपनी का चयन कर लिया गया है। जीआर इंफ्रा को यह कार्य आवंटित किया गया है। क्रश बैरियर लगाने में करीब 108 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि यह कार्य अप्रैल से शुरू कर दिया जाएगा। जल्द से जल्द इस काम को पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि दिल्ली आईआईटी द्वारा दिए गए अन्य सुझावों पर अमल किया जा चुका है। क्रश बैरियर लगाने का काम भी अगले माह शुरू करा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे पर सभी नियमों का अनुपालन किया जा रहा है। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर प्रत्येक बिंदु पर काम हो रहा है।