मिर्जापुर और नोएडा में शराब तस्करों के पांव उखाड़ रहे जय-वीरु

उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश के जनपद मिर्जापुर सर्किल आबकारी निरीक्षक क्षेत्र-1 (मिर्जापुर) विवेक दुबे और नोएडा सर्किल-7 आबकारी निरीक्षक राहुल कुमार सिंंह की जोड़ी अपने काम को लेकर चर्चाओं में है। काम के प्रति गंभीरता और समर्पण के कारण यह दोनों आबकारी निरीक्षक अब शराब तस्करों के लिए खौफ का कारण बन गए हैं। दोनों निरीक्षक जिस प्लानिंग और वर्क के साथ फील्ड में कार्यवाही करने के लिए जाने जाते हैं, उसकी चर्चा जगह-जगह हो रही है। गाजियाबाद से शराब तस्करों के पांव उखाडऩे के बाद अब मिर्जापुर और नोएडा में भी शराब तस्करों को शराब तस्करों के लिए नासूर बन रहे है। दरअसल आबकारी निरीक्षक राहुल सिंह और विवेक दुबे ने मिर्जापुर व नोएडा से पहले गाजियाबाद में भी साथ-साथ काम किया था। दोनों के बीच अच्छी टयूनिंग है। शराब तस्करों को किस तरह से परास्त करना है, यह वह भली-भांति जानते हैं।

दोनों निरीक्षक अपने कार्यो को काफी सजग एवं ईमानदारी से निर्वहन करते हैं। उनके द्वारा किए गए कार्यो की हमेशा प्रशंसा की जाती हैं। गाजियाबाद में रहते समय भी दोनों आबकारी निरीक्षकों ने अच्छा कार्य किया था। शराब तस्करों के गठजोड़ को तोडऩे एवं उनके गुर्गों पर कार्यवाही करने को वह हमेशा तत्पर रहते हैं। एक तरह से जय और वीरू की यह जोड़ी आजकल मिर्जापुर और नोएडा में भले ही अलग-अलग रहकर शराब तस्करों पर खूब कहर ढा रहे हो। लेकिन दोनों निरीक्षकों के काम-काज की चर्चा प्रशासनिक गलियारों में भी आज भी हो रही है। मिर्जापुर और नोएडा में पहले शराब तस्कर अपनी मनमानी करते नजर आते हैं, मगर अब वह आबकारी विभाग से बचते फिर रहे हैं। आबकारी निरीक्षक राहुल सिंह और विवेक दुबे की शराब तस्करों के खिलाफ रणनीति बेहद सफल हो रही है। आबकारी निरीक्षकों का कहना है कि शासन की मंशा अनुसार जिला आबकारी अधिकारी के नेतृत्व में प्राथमिकता के आधार पर शराब तस्करों के खिलाफ कार्रवाई और अवैध शराब की तस्करी पर रोक लगाना प्रथम प्राथमिकता है।