निजीकरण का विरोध, विद्युत संगठनों का कार्य बहिष्कार

-जिलाधिकारी ने सब स्टेशन का निरीक्षण किया

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। उप्र पावर कारपोरेशन प्रबंधन एवं विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बीच वार्ता विफल होने के बाद सोमवार से विद्युत संगठनों ने अनिश्चितकालीन कार्य का बहिष्कार शुरू कर दिया। राजनगर में मुख्य अभियंता कार्यालय पर संघर्ष समिति के बैनर तले धरना-प्रदर्शन किया गया। किसान संगठन भी धरने में नजर आए। रविवार को वार्ता के दौरान संघर्ष समिति ने बिजली व्यवस्था में सुधार और राजस्व वसूली में वृद्धि किए जाने संबंधी कई सुझाव दिए, लेकिन प्रबंधन निजीकरण की जिद पर अड़ा रहा, जिससे वार्ता विफल हो गई। गाजियाबाद में मुख्य अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शनकारियों ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण की प्रक्रिया को तत्काल निरस्त करने की मांग की। जिले में 1200 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी कार्य बहिष्कार कर धरने में शामिल हुए। इस मौके पर हिर्देश गोस्वामी, रामनारायण, अभिमन्यु, राज सिंह, शेर सिंह, ओपी तेवतिया, योगेंद्र लाखा, दिलनवाज आदि मौजूद रहे। विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के संयोजक अनिल चौरसिया ने बताया कि निजीकरण के मुद्दे पर संघर्ष समिति पीछे नहीं हटेगी। जनता को असुविधा न हो इसके लिए इंतजाम किए गए हैं। सह संयोजक अवधेश कुमार ने बताया कि कार्य बहिष्कार को हड़ताल बताकर गुमराह किया जा रहा है। प्रबंधन ने नोटिस भेजे हैं। अगर किसी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई हुई तो हड़ताल और जेल भरो आंदोलन होगा। क्षेत्रीय अध्यक्ष विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति एससी यादव ने बताया कि प्रदेश भर में विद्युत कर्मियों ने एकता का संदेश दिया है। किसान सहित कई संगठनों ने भी अपना समर्थन दिया है। उधर, विद्युत कर्मचारियों की हड़ताल के चलते जिलाधिकारी डॉ. अजय शंकर पांडेय ने मजिस्ट्रेट से लेकर अधिकारियों को फीडर और बिजलीघर पर तैनात किया है। डीएम ने सोमवार को खुद राजनगर विद्युत सब स्टेशन का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि हड़ताल के चलते आवश्यक व्यवस्था पहले से सुनिश्चित कर ली गई थीं। एडीएम सिटी शैलेंद्र कुमार सिंह के कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। वहीं, एडीएम सिटी को शहरी और एडीएम प्रशासन को ग्रामीण क्षेत्र का नोडल अधिकारी बनाया गया है। उधर, भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रभारी जय कुमार मलिक तथा अध्यक्ष चौधरी विजेंद्र सिंह भी उपस्थित रहे। भारतीय किसान संगठन के जिलाध्यक्ष लोकेश नागर, एकला के ग्राम प्रधान नितिन प्रधान, भारतीय किसान यूनियन अंबावत के विजय पाल मुखिया, राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ से रामनारायण उपाध्याय आदि ने भी विद्युत कर्मचारियों के आंदोलन का समर्थन किया।