नहाय-खाय के साथ महापर्व छठ की शुरूआत

पटना। नहाय-खाय के साथ सोमवार से 4 दिवसीय महापर्व छठ की शुरूआत हो गई। छठ घाटों पर सुबह के समय श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ उमड़ी। व्रतियों ने स्नान के उपरांत नहाय-खाय की रस्म अदा की। इस बीच एहतियात के तौर पर सुरक्षा इंतजाम चाक-चौबंद रहे। श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखकर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। 4 दिवसीय महापर्व छठ शुरू हो गया है। सोमवार को नहाय-खाय के साथ इस महापर्व की शुरूआत की गई। बिहार में यह महापर्व बेहद उत्साह पूर्वक मनाया जाता है।

कोरोना संक्रमण के कारण पिछले 2 साल से इस पर्व की रौनक गायब हो गई थी, मगर इस बार श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। महापर्व छठ के पहले दिन व्रतियों ने नदियों और जलाशयों में स्नान करने के पश्चात प्रसाद ग्रहण किया। इसे नहाय-खाय के नाम से जाना जाता है। छठ के मद्देनजर गंगा किनारे के सभी शहरों में व्यापक स्तर पर इंतजाम किए गए हैं। जिन स्थानों पर ज्यादा भीड़ है, वहां पुलिस के अलावा मेडिकल टीम, प्रशासनिक अधिकारी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की तैनाती की गई है। छठ घाटों पर निर्बाध तरीके से विद्युत आपूर्ति के लिए इंजीनियरों को तैनात करने का निर्णय लिया गया है।

विद्युत आपूर्ति किसी भी सूरत में बाधित नहीं हो, इसके लिए जनरेटर की भी व्यवस्था की गई है। पटना के पाटीपुल घाट पर एनडीआरएफ का अस्थायी शिविर बनाया गया है। वहां रिवर एंबुलेंस की तैनाती भी की गई है। रिवर एंबुलेंस के तौर पर हाई स्पीड बोट पर मेडिकल टीम हर वक्त मदद के लिए तैयार रहेगी। इसके जरिए जरूरतमंद को तत्काल अस्पताल पहुंचाया जा सकेगा। टना में दानापुर से पटना सिटी तक के कुल 91 गंगा घाटों पर प्रशासन की तरफ से मेडिकल टीम की तैनाती की गई है। मेडिकल टीम को एंबुलेंस का सपोर्ट भी रहेगा। शहर के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को पर्व के दौरान अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है।