BJP विधायक का भाई जेल पहुंचा, नरेश त्यागी हत्याकांड में एक साल से चल रहा था फरार, भाजपा विधायक अजीत पाल त्यागी के भाई गिरीश पर है हत्या का आरोप

नरेश त्यागी हत्याकांड में गिरीश त्यागी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। लोहिया नगर में 19 अक्टूबर 2020 को नरेश कुमार त्यागी की हत्या कर दी गई थी। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि शार्प शूटरों ने इस वारदात को अंजाम दिया था। इसके लिए शूटरों को दो लाख की सुपारी दी गई थी। लिस ने इस मामले में आरोपी विपिन शर्मा, मनोज शर्मा, अर्पन चौधरी व जितेंद्र त्यागी को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि नामजद अभियुक्त गिरीश पाल त्यागी फरार चल रहा था।

गाजियाबाद। नरेश त्यागी हत्याकांड में एक साल से अधिक समय से फरार भाजपा विधायक के भाई गिरीश पाल त्यागी ने सोमवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने हत्यारोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। एक दिन पहले ही पीड़ित पक्ष ने इस मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे। लोहिया नगर में 19 अक्टूबर 2020 को नरेश कुमार त्यागी की हत्या कर दी गई थी। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि शार्प शूटरों ने इस वारदात को अंजाम दिया था। इसके लिए शूटरों को दो लाख की सुपारी दी गई थी।

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पुलिस ने नरेश त्यागी हत्याकांड में आरोपी विपिन शर्मा, मनोज शर्मा, अर्पन चौधरी व जितेंद्र त्यागी को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि नामजद अभियुक्त गिरीश पाल त्यागी फरार चल रहा था। गिरीश त्यागी ने सोमवार को एकाएक स्थानीय कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उधर, पीड़ित पक्ष ने रविवार को इस मामले में पत्रकार वार्ता की थी। पत्रकार वार्ता के दौरान पुलिस पर गिरीश त्यागी की गिरफ्तारी न करने का आरोप लगाया गया था। पीड़ित परिवार ने कहा था कि गिरीश के पिता यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।

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जबकि छोटे भाई अजीत पाल त्यागी मुरादनगर से भाजपा के विधायक हैं। इस कारण पुलिस राजनीतिक दबाव में कार्रवाई नहीं कर रही है। स्व. नरेश त्यागी के पुत्र अभिषेक त्यागी ने कहा था कि 9 नवम्बर तक यदि गिरीश त्यागी की गिरफ्तारी नहीं होती तो पूरा परिवार लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर कार्रवाई की गुहार लगाएगा। पीड़ित परिवार ने खुद की जान को भी खतरा बताया था।