सस्ता लोन दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, एप डाउनलोड कराकर करते थे ब्लैकमेल, चार गिरफ्तार

गाजियाबाद। सस्ता लोन देने के नाम पर ऐप डाउनलोड कराकर लोगों के फोटो को एडिट कर अश्लील फोटा या विडियो बनाकर उन्हें बदनाम करने की धमकी देकर करोड़ो रुपए की ठगी करने वाले गिरोह चार शातिर ठगों को साइबर सैल व इंदिरापुरम पुलिस की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से पुलिस ने 247 एटीएम व क्रेडिट कार्ड, 14 बैंक पासबुक, 195 विभिन्न बैंकों की चेक बुक, 12 पैन कार्ड, 18 आधार कार्ड, 15 मोबाइल, 11 सिम कार्ड, 7 वोटर आईडी कार्ड, 70 हजार रुपए नगद, पेटीएम स्वेप मशीन, दो भारत क्यूआर कोर्ड, 6 मोहर, लेपटॉप व ब्रेजा कार बरामद किया गया।

सोमवार को घटना का खुलासा करते हुए अपने कार्यालय में एसपी क्राइम दीक्षा शर्मा ने सीओ इंदिरापुरम अभय मिश्रा की मौजूदगी में बताया कि इंदिरापुरम इंस्पेक्टर चन्द्रकांत पाण्डेय, साइबर सैल प्रभारी सुमित कुमार की संयुक्त टीम ने कनावनी की पुलिया से सुनील कुमार यादव पुत्र नन्द किशोर यादव निवासी अन्तू प्रतापगढ़, बलराम गंगवार पुत्र भूदेश गंगवार निवासी सिमरिया पीलीभीत, मोहाल व फुरकान उर्फ सोनू पुत्र कमाल बाशा निवासी इन्द्रलोक केशव पुरम दिल्ली को गिरफ्तार किया गया। जिनके खिलाफ लोनी, सिहानीगेट, विजयनगर, साहिबाबाद, कोतवाली व इंदिरापुरम में 21 मुकदमें दर्ज है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बातया कि वह पहले अपने फरार साथियों के साथ मिलकर रेंट एग्रीमेंट बनवाते थे। उसी रेंट एग्रीमेंट के आधार पर अपना व अपने साथियों का आधार कार्ड चेंज करा लेते थे। फिर आधार कार्ड पर ही फर्जी कंपनी/फर्म तैयार कर बैंक खाता खुलवा लेते थे। वहीं खाता अपने फरार साथियों को देते है, जिसकी एवज में उन्हें करेंट खाता के 1 लाख और सेविंग खाता के 50 हजार रुपए देते थे।

फरार आरोपी जनता को सस्ता लोन देने के नाम पर पहले उन्हें एप डाउनलोड कराकर उनके कॉनटेक्ट व मीडिया फाइल का एक्सिस अपने पास ले लेते थे। फिर लोन चुकाने के नाम पर लोगों के साथ गाली-गलौच व पींडि़त लोगों की अश्लील फोटो तैयार कर उनको व उनके रिस्तेदारों को भेजकर पुलिस में झूठी एफआईआर लिखाने व सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देते थे। कुछ लोग डर के चलते उन्हें रुपए खाते में भेज देते थे। जब लोग डरते नही थे, तो फिर साथियों में से एक सदस्य पुलिस बनकर उन्हें डराने का काम करता था। जिसके बाद वह डाटा डीलीट करने के नाम आईटी डिपार्टमेंट के व्यक्ति से संपर्क करने के लिए कहता था और वह आईटी का व्यक्ति भी गिरोह का साथी है। जो कि सिर्फ डराकर उनसे फीस के नाम पर रुपए खाते में डलवाते थे। उन्होंने बताया पकड़े गये आरोपी हजारों लोगों से करोड़ो रुपए ठगी की वारदातों को अंजाम दे चुके है। फरार साथियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है।