कलयुगी बेटे ने की थी बुजुर्ग मां-बाप की हत्या

-मृतक द्वारा अपने छोटे भाई के बच्चों को संपत्ति का अहम हिस्सा देने पर थी खुन्नस
-घटना के 36 घंटे बाद पुलिस ने किया खुलासा, बेटा गिरफ्तार

गाजियाबाद। जिले में एक बार फिर अपने ने ही अपनों का खून बहाया। संपत्ति का अहम हिस्सा छोटे भाई की पत्नी और बच्चों को देने को लेकर बुजुर्ग मां-बाप की गला घोंटकर हत्या को अंजाम दिया। लोनी बॉर्डर पुलिस ने बुजुर्ग दंपति की हत्या का खुलासा करते हुए मृतकों के बड़े बेटे रवि को गिरफ्तार कर लिया। इस हत्याकांड को लेकर मेरठ जोन के एडीजी राजीव सभरवाल भी शनिवार को बलरामनगर में मृतकों के घर घटनास्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने हत्याकांड का जल्द खुलासा करने के एसपी ग्रामीण को आदेश दिए थे। पुलिस ने करीब 36 घंटे तक बाद हत्याकांड का चौंकाने वाला खुलासा किया है। रविवार को लोनी बॉर्डर थाने में पत्रकारों से वार्ता करते हुए एसपी ग्रामीण डॉ.ईरज राजा ने सीओ लोनी अतुल सोनकर की मौजूदगी में दंपति हत्याकांड का खुलासा किया। एसपी ने बताया कि लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र अंतर्गत बलराम नगर डी -80/ए ब्लॉक कॉलोनी में रहने वाले 70 वर्षीय किसान सुरेंद्र सिंह ढाका एवं पत्नी संतोष देवी (64) की उसके बड़े बेटे रवि ढाका ने 11 जून की सुबह करीब 10 बजे पहले पिता की चादर से गला घोंटकर हत्या की। उसके बाद ऊपर कमरे में मां की तार से गला घोंटकर हत्या को अंजाम दिया। दोनों की हत्या करने के बाद वह नौकरी पर चला गया। मगर अपनी नौकरी पर न जाकर कॉलोनी में ही शाम 5 बजे तक अन्य लोगों के साथ ताश के पत्ते खेलता रहा। शाम को घर आने पर पुलिस को सूचना दी।

पूछताछ में बताया रवि ने बताया कि मां-पिता की मर्जी के खिलाफ शादी की थी। इससे दोनों नाराज थे। वह अपनी संपत्ति को छोटे भाई मृतक गौरव की पत्नी व बच्चों के नाम करना चाहते थे। इससे घर में क्लेश रहता था। एसपी ग्रामीण डॉ.ईरज राजा ने बताया कि दंपति हत्याकांड का खुलासा करने के लिए लोनी बॉर्डर थाना प्रभारी निरीक्षक मदन पाल सिंह, दारोगा अर्जुन सिंह, दारोगा विनोद अहलावत, राघवेंद्र सिंह तोमर के अलावा स्वाट टीम के इंस्पेक्टर संजय पांडेय,इंस्पेक्टर निरीक्षक नागेंद्र चौबे, दारोगा अरूण कुमार मिश्रा और एसपी ग्रामीण की सर्विलांस टीम लगाई गई थी। रविवार सुबह दंपत्ति के बड़े बेटे रवि को बलरामनगर कट के पास से गिरफ्तार किया गया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। माता-पिता के हत्यारोपी बेटे रवि ने सारी संपति कब्जाना करने को लेकर ही हत्या को अंजाम दिया। उसके छोटे भाई गौरव की दो साल पहले मौत हो गई थी। माता-पिता उसके बच्चों को संपत्ति का अहम हिस्सा देना चाहते थे। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी रवि 20 साल से अपने पिता सुरेंद्र से बातचीत नहीं करता था। पूछताछ में रवि ने बताया कि उसकी अपने पिता से पटती नहीं थी। वह मां से बोलता था लेकिन पिता से नहीं बोलता था। मृतक दंपती अपने दूसरे बेटे की बहू को ज्यादा संपत्ति देने की बात कर रहे थे। मां भी सुरेंद्र की बातों में आकर बेटे रवि को डांट देती थी। सुबह 10 बजे आरोपी ने दोनों की हत्या की थी। हत्या के बाद वह चला गया था।वह चाहता था कि आसपास के लोग घर पहुंचे और पुलिस को सूचना दें। घटना के दिन आसपास का कोई भी व्यक्ति घर नहीं पहुंचा। जब कोई घर नहीं पहुंचा तो शाम के समय पीडि़त ने खुद घर पहुंच कर पुलिस को सूचना दी थी। घटना के वक्त पति-पत्नी घर में अकेले थे। पुलिस के मुताबिक सुरेंद्र सिंह को गमछे और संतोष को प्लास्टिक के तार से गला घोंटकर मारा गया।सुरेंद्र सिंह ढाका ब्याज पर पैसे देने का काम करते थे, जबकि उनकी पत्नी संतोष तीन साल पहले एएनएम के पद से रिटायर हुई थीं। दंपती के दो बेटे गौरव व रवि थे। छोटे बेटे गौरव की करीब दो साल पहले मौत हो गई थी। उसकी पत्नी सुमन व बेटा-बेटी और छोटे बेटे रवि की पत्नी रितु व बेटा भी में साथ रहते थे।गौरव व रवि की पत्नी सुमन व रितु कुछ दिनों से अपने मायके गई हुई थीं। पुलिस ने मृतक दंपती के बेटे रवि और उसके दोस्तों से पूछताछ की। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी रवि को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा कर दिया। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेजा दिया।