Murder – गाजियाबाद का पूर्व विधायक भतीजे सहित गिरफ्तार

Murder के एक मामले में पुलिस ने गाजियाबाद के मुरादनगर विधानसभा से पूर्व विधायक और उनके दो भतीजों को गिरफ्तार किया है। गाजियाबाद के एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने बताया कि मुरादनर थाना क्षेत्र की केला मंडी के रहने वाले समीर की हत्या पूर्व विधायक वहाब चौधरी ने अपने ही भतीजों के साथ मिलकर की थी। यह हत्या क्षेत्र में राजनैतिक वर्चस्व कायम करने के लिए पूर्व विधायक ने षडयंत्र के तहत कराई थी। वहाब चौधरी बसपा के पूर्व विधायक हैं जिसे बाद में बसपा ने पार्टी से निष्कासित कर दिया था।

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। मुरादनगर थाना क्षेत्र की केला मंडी के रहने वाले समीर के Murder का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। समीर का Murder बसपा से निष्कासित पूर्व विधायक वहाब चौधरी ने अपने ही भतीजों के साथ मिलकर क्षेत्र में राजनैतिक वर्चस्व कायम रखने की खातिर कराई थी। हत्याकांड को एक षडयंत्र के तहत अंजाम दिया गया। इस मामले का खुलासा करते हुए गाजियाबाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
सोमवार को हरसांव स्थित रिजर्व पुलिस लाइन में पत्रकारों से वार्ता करते हुए एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने समीर Murder Case का खुलासा किया। समीर की हत्या के मामले में उसके पिता शहजाद अंसारी ने थाने में अहद समेत तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शनिवार की शाम उसके बेटे समीर को अहद घर से बुलाकर ले गया था। रात भर लापता रहे समीर का शव रविवार सुबह प्रीत विहार कॉलोनी में खाली पड़े प्लॉट में शव मिला था। समीर की गोली मारकर हत्या की गई थी। एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने बताया कि समीर की हत्या में बसपा से निष्कासित पूर्व विधायक वहाब चौधरी उनके भतीजे आहद पुत्र आस मोहम्मद एवं आफताब पुत्र कोसो निवासी मोहल्ला कच्ची सराय मुरादनगर को गिरफ्तार किया गया। एसपी ग्रामीण ने बताया कि पूर्व विधायक वहाब चौधरी ने ही आहद को Murder के लिए उकसाया था और पूर्व विधायक के बेटे ने ही आहद को पिस्टल मुहैया कराई थी। वहाब चौधरी ने ही अपने भाई आस मोहम्मद को अपराध की दुनिया में उतारा था। अब वह आहद को भी इसी तरफ ले जाना चाहता था। इसके पीछे उसकी मंशा थी कि आहद को ढाल बनाकर उसका राजनीतिक लाभ उसको मिलता रहेगा। वहाब का छोटा भाई आस मोहम्मद मुरादनगर थाने का हिस्ट्रीशीटर बदमाश है। इसके खिलाफ 46 मुकदमे दर्ज है। वह फिलहाल जेल में बंद हैं।

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पहले किया अपहरण, फिर की हत्या
कोट मोहल्ला निवासी समीर का पहले अपहरण किया गया फिर शनिवार को का Murder कर दी गई। उसका शव प्रीत विहार कॉलोनी में खाली प्लॉट में पड़ा मिला था। समीर पूर्व विधायक वहाब चौधरी के हिस्ट्रीशीटर भाई आस मोहम्मद की पत्नी सहाना की एक साल पहले हुई हत्या के मामले में जेल गया था। 3 माह पहले वह जमानत पर छूटकर घर आया था। पुलिस ने उसको सरकारी गवाह बनाया था। कहीं समीर अपनी गवाही में पूर्व विधायक, आहद व आस मोहम्मद के खिलाफ जुबान न खोल दे। इसी वजह से भी समीर को रास्ते से हटाने की पूर्व विधायक की योजना थी।

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हत्या में पूर्व विधायक के बेटे समेत 4 आरोपी अभी फरार
पूर्व विधायक वहाब व्हाट्सएप कॉल के जरिए आहद के संपर्क में था। Murder में पूर्व विधायक के बेटे आदिल समेत 4 आरोपी अभी फरार हैं। एसपी ग्रामीण ने बताया कि आहद और मृतक समीर दोस्त थे। करीब एक साल पहले आहद की मां सहाना की हत्या हुई थी। हत्या में आहद, समीर, शाहरुख, आहद का पिता आस मोहम्मद तथा आहद की सौतेली मां तबस्सुम जेल गए थे। समीर फिर से गैंगस्टर में जेल चला गया और करीब एक-डेढ़ महीने पहले जेल से आया था। आहद के मुताबिक उसके ताऊ व पूर्व विधायक वहाब चौधरी ने उसे अपने घर बुलाया। वह अपने साथियों अनस, आफताब, नदीम उर्फ घोड़ा तथा बिलाल के साथ वहाब के घर चला गया। वहां बहाब का बेटा आदिल भी था। वहां वहाब ने कहा कि उसके पिता अभी तक जेल में है और तब्बसुम व समीर खुले घूम रहे हैं, जिससे उनकी बदनामी हो रही है। वहाब ने कहा कि समीर का Murder कर दें। वहाब ने अपने बेटे आदिल से ही आहद को पिस्टल दिलाई थी।

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2012 में बसपा के टिकट पर मुरादनगर से जीता था चुनाव
एसपी ग्रामीण का कहना है कि वहाब ने षड्यंत्र के तहत Murder को अंजाम दिया। समीर के Murder के बाद वहाब यह संदेश फैला देते कि सहाना की हत्या उसके पुत्र आहद और पति आस मोहम्मद ने नहीं बल्कि समीर ने की थी। इसी का बदला लेने के लिए आहद ने समीर की हत्या कर दी गई। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त पिस्टल, दो कारतूस बरामद किए है।पुलिस इस मामले में अभी और गहनता से जांच-पड़ताल कर रही है। एसपी ने बताया कि मृतक युवक एक वर्ष पूर्व महिला की हत्या में जेल गया था। वहाब चौधरी 2012 से 2017 तक मुरादनगर विधानसभा से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक रह चुके हैं। फिलहाल बसपा से निष्कासित चल रहे हैं।

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