एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या, तीन हत्यारोपी गिरफ्तार, 20 साल बाद खुला राज

-जमीन-जायदाद हड़पने के लिए भाई समेत 5 परिवार के 5 सदस्यों की हत्या
-भाभी से शादी कर हड़प ली संपत्ति, अगला टारगेट थे भाई और भाभी

गाजियाबाद। गांव बसंतपुर सैंथली में जमीन-जायदाद हड़पने के लिए 20 साल पूर्व हुई बड़े भाई की हत्या समेत पांच सदस्यों को मौत के घाट उतारने के बाद आरोपित ने भाभी से शादी कर ली। मुरादनगर पुलिस ने मुख्य हत्यारोपी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया है।
एएसपी एवं सीओ सदर आकाश पटेल ने गुरूवार को मुरादनगर थाने में हत्याकांंड का खुलासा करते हुए बताया कि मुरादनगर थाना प्रभारी सतीश कुमार ने दारोगा जितेंद्र यादव, दारोगा अतुल कुमार चौहान टीम के साथ गठित टीमों की सर्विलांस, बयान, पूछताछ के आधार पर मुख्य लीलू पुत्र ओमप्रकाश त्यागी निवासी बसंतपुर सैंथली,सुरेंद्र त्यागी पुत्र हेमराज निवासी नंगौला हापुड़,राहुल पुत्र सुरेश निवासी उमरारे गढ़ी जिला संभल को गिरफ्तार कर लिया। गांव बसंतपुर-सैंथली में संपत्ति हथियाने के लालच में आरोपित ने 20 साल पूर्व अपने ही बड़े भाई सुधीर त्यागी की हत्या कर दी थी। उसके बाद अपने भतीजे व दो भतीजियों को मौत की नींद सुला दिया और अब उसने दूसरे भतीजे की भी अपहरण कर हत्या कर, शव को पहासू बुलंदशहर में गंगनहर में फेंक दिया। एएसपी आकाश पटेल ने बताया आरोपित सुरेंद्र यूपी पुलिस से रिटायर है। शव की तलाश में पुलिस बुलंदशहर पुलिस से संपर्क कर रही है। सैंथली गांव निवासी ब्रिजेश का इकलौता बेटा रेशू 8 अगस्त को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था। काफी खोजबीन के बाद भी उसका कहीं कोई पता नही चला। घटना के कई दिन बाद ब्रिजेश त्यागी ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस तभी से उसकी तलाश में लगी थी। उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रोनिक सर्विलांस, पीडितों से बातचीत के आधार पर ब्रिजेश के छोटे भाई लीलू की भूमिका की जब जांच की गई तो उस पर शक हुआ। जब हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई तो आरोपी ने सच कबूल किया।

20 साल की घटना का खुलासा होने के बाद गांव वाले भी चौंके
पुलिस पूछताछ में बसंतपुर सैंथली निवासी मुख्य आरोपी लीलू ने बताया कि उसने अपने भतीजे रेशू की अपने साथी सुरेंद्र, विक्रांत व उसके भांजे मुकेश व राहुल के साथ मिलकर 8 अगस्त को अपहरण करने के बाद हत्या कर दी। शव छुपाने के इरादे से बुलंदशहर के पहासू में नहर में डाल दिया।सुरेंद्र यूपी पुलिस में दारोगा से दो साल पहले ही रिटायर हुआ था। वह हापुड़ के नंगोला गांव का रहने वाला है। फरार आरोपित विक्रांत व मुकेश की तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं। मुरादनगर थाना प्रभारी सतीश कुमार ने बताया कि लीलू के सबसे बड़े भाई ब्रिजेश व सुधीर थे। लीलू ने करीब 20 साल पहले बड़े भाई सुधीर त्यागी की हत्या कर दी। उसके शव को नदी में फेंक दिया। सुधीर की पत्नी से उसने खुद शादी करने के बाद अपनी भतीजी पायल व पारूल को अपने पास रख लिया। पायल को उसने जहर देकर मार दिया और तीन साल बाद पारूल की भी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद कह दिया कि वह अपनी मर्जी से कहीं चली गई है। जबकि आरोपी ने दोनों शवों को नदी में फेंक दिया था।

संपत्ति खत्म होने के बाद अगला टारगेट थे फिर भाई और भाभी
सुधीर की पूरी संपत्ति पर करने के लिए हत्या की वारदात को अंजाम दिया। संपत्ति मिलने के बाद आरोपित ने पूरी जमीन को बेचकर प्रॉपर्टी का काम शुरू कर दिया। मकान भी उसने मुरादनगर थाने के सामने बना लिया। जब सब संपत्ति खत्म हो गई तो ब्रिजेश की संपत्ति पर नजर पड़ गर्ई। फिर 8 साल पहले ब्रिजेश के बड़े बेटे का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी और शव को हरनंदी में फेंक दिया। अब मौका लगते ही रेश को अपहरण कर लिया और उसकी हत्या कर दी। उसके बाद ब्रिजेश व उसकी पत्नी उसकी अगली टारगेट थी। परिवार का नजदीकी होने के चलते किसी का भी लीलू पर शक नहीं गया। हालांकि, गांव में इस तरह की चर्चाएं होती रहती थीं।