कारोबारी से 25 लाख की फिरौती मांगने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने दबोचा

-दोस्त ने साथियों संग रचा था फिरौती का षडयंत्र, डराने के लिए शादी के कार्ड में पत्र के साथ भेजा था कारतूस

गाजियाबाद। दिल्ली के अजमेरी गेट में मोटर पंप का कारोबार करने वाले हरकेश लूथरा नामक कारोबारी के ई-ब्लॉक प्रताप विहार की कोठी पर शादी के कार्ड में कारतूस भेजकर कारोबारी व उनके पुत्र की हत्या की धमकी देने एवं लाखों रूपए की फिरौती मांगने वाले उसके दोस्त समेत चार बदमाशों को विजयनगर एवं क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से पुलिस ने पिस्टल बरामद किया। एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल ने बताया कि 4 मई को हरकेश लूथरा नामक व्यवसायी ने विजयनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए बताया था कि उनके घर पर किसी ने शादी के कार्ड में धमकी भरा पत्र एवं कारतूस भेजकर उनकी व उनके पुत्र सहित अन्य परिजनों की हत्या की धमकी दी है। बदमाशों ने खुद को कुख्यात गैंग का अपराधी बताकर धमकी दी है कि वह दिल्ली का कारोबार बंद करके दिल्ली छोड़ दें और अगर जान बचानी है तो उन्हें 25 लाख रूपए दें दे। पीडि़त की शिकायत पर तत्काल कार्र्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की कई। विजयनगर थाना प्रभारी महावीर सिंह चौहान ने गैंग की सुरागरसी व गैंग पकडऩे की कवायद शुरू कर दी थी। उनकी इस कवायद को सफल बनाने के लिए क्राइम ब्रांच एवं सर्विलांस की टीम के अलावा कई और विंग्स भी उनका सहयोग कर रही थीं। एसपी सिटी प्रथम ने बताया कि पुलिस को उस समय सफलता मिली जब एसएचओ महावीर सिंह व क्राइम ब्रांच प्रभारी संजय पांडेय की टीम ने कारोबारी को धमकी देने वाले गैंग के चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। टीम को देर रात सूचना मिली की चांदमारी झुग्गी के पास आरोपी आने वाले है। सूचना पर कार्र्रवाई करते हुए टीम को लगाया गया। तभी चांदमारी झुग्गी के पास से आरोपी यशपाल सिंह पुत्र सुन्दर सिंह निवासी प्रताप विहार, सुनील उर्फ बाली पुत्र नरेन्द्र बाली निवासी माधोपुरा विजयनगर, विकास त्यागी पुत्र मुकेश त्यागी निवासी सुभाष नगर नंदग्राम, सूरज कुमार पुत्र प्रेम कुमार निवासी वंसुधरा को गिरफ्तार कर लिया गया। एसएचओ ने बताया आरोपी यशपाल पीडि़त हरकेश लूथरा का दोस्त है। यशपाल को मालूम था कि हरकेश लूथरा डरपोक है, जिसका फायदा उठाकर यशपाल ने अपने साथियों के साथ फिरौती की योजना तैयार की। रात में भी आरोपी उसी योजना के तहत एकत्रित हुए थे। वारदात को अंजाम देने के लिए षडय़ंत्र रच रहें थे। जिसको समय रहते पुलिस ने योजना को विफल कर दिया।