7 करोड़ की धोखाधड़ी में 6 माह से फरार शातिर दंपत्ति गिरफ्तार

-प्रॉपर्टी एक, दो बार लोन लेने के बाद बेच दी संपत्ति

गाजियाबाद। प्रोपर्टी के असली दस्तावेज बैंक में जमा कर करोड़ों का लोने के बाद दुसरे बैंक से फर्जी दस्तावेज के आधार पर लोन लेने के बाद प्रोपर्टी को फर्जी तरीके से बेचकर 7 करोड़ रूपए की ठगी करनेे, 6 माह से फरार चल रहें दंपति को मूसरी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गये दंपत्ति इतने शातिर है कि पहले प्रोपर्टी के असली दस्तावेज पंजाब नेशनल बैंक में गिरवी रखकर करीब साढे तीन लाख रूपए का लोन ले लिया। उसके बाद प्रोपट्री के फर्जी दस्तावेज तैयार कर दुसरे प्राइवेट बैंक से भी करीब डेढ लोन ले लिया। उसके बाद फर्जी दस्तावेज के आधार पर उसी प्रोपर्टी को 2 करोड़ में बेचकर चंपत हो गये। ठगी का पता पीडि़त को चलने पर मसूरी थाने में मुकद्मा दर्ज कराया गया।
एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने बताया इंदिरापुरम निवासी संजू पत्नी ओपी सिंह ने नंवबर 2020 में एक दंपत्ति के खिलाफ मुकद्मा दर्ज कराया था। जांच करने पर पता चला कि दंपत्ति ने दो बैंक से लोन लेने के बाद प्रोपट्र्री को इंदिरापुरम निवासी संजू पत्नी ओपी सिंह को दो करोड़ रूपए में बेच दिया। रूपए वापस मांगने पर आरोपी पीडि़त को जान से मारने की धमकी देे रहें थे। मसूरी थाना प्रभारी शैलेन्द्र प्रताप सिंंह की टीम ने 6 माह से फरार चल रहें इन्द्रजीत पुत्र महेंन्द्र सिंह निवासी केडब्लू सृष्टि अपार्टमेंट राजनगर एक्सटेंशन को पत्नी समेत घर से गिरफ्तार कर लिया। एसपी ग्रामीण ने बताया आरोपी इन्द्रजीत शातिर किस्म का है, इसने पहले आकाशनगर में अपनी प्रोपर्टी के कागजात पंजाब नेशनल बैंक में रखकर करीब 3 करोड़ 52 लाख 63 हजार रूपए का लोन ले लिया। उसके बाद फर्जी कागजात तैयार कर दुसरे बैंक से भी करीब डेढ करोड़ रूपए का लोन लिया। इसके बाद उक्त प्रोपर्टी को फर्जी कागजात के आधार पर इंदिरापुरम निवासी संजू पत्नी ओपी सिंह को बेचकर फरार हो गये। इसके बाद जब संजू अपने परिवार के साथ रहने लगी। किस्त जमा न होने पर बैंक के नोटिस आए तो ठगी का पता चला। पीडि़त ने घटना की शिकातय थाने में दर्ज कराई। पुलिस आरोपियों का अपराधिक इतिहास भी खंगाल रही है।