मेरठ में बंद हुआ तो गाजियाबाद में शुरु हुआ चोरी किए वाहन के पुर्जे बेचने का काम, रात में चोरी, दिन में होता था बाइक का कटान

  • मिस्त्री, कबाड़ी समेत 5 वाहन चोर गिरफ्तार, चोरी कि दुपहिया वाहन के पुर्जे बरामद

गाजियाबाद। भोवापुर में सोतीगंज, मेरठ की तर्ज पर एनसीआर में वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देने के बाद दोपहिया वाहन काटकर कल-पुर्जे बेचने वाले गिरोह का कौशांबी थाना पुलिस ने रविवार को पर्दाफास किया है। पकड़े गए आरोपी चोरी किए गये वाहन को ग्राम भोवापुर में बने गोदाम में काटकरउनके पुर्जे के रुप में अलग-अलग बेचा करते थे। पुलिस ने पांच शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार करते हुए सैकड़ों वाहनों के कल-पुर्जे बरामद किए हैं। कौशांबी थाने में रविवार को एसपी सिटी द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह ने वाहन चोरी की घटना का पर्दाफास करते हुए बताया कि थाना कौशांबी एसएचओ सचिन मलिक, एसआई अमित सोनी, अमिताभ सिंह, योगेश कुमार की संयुक्त टीम ने रविवार सुबह मुखबिर की सूचना पर सीमान्त विहार कट कौशांबी से परवेज पुत्र कल्लू खां निवासी कबरा किशनपुर बरेली, नाजिम पुत्र शमशुद्दीन निवासी नगला रामपुर, सलमान पुत्र इदरीश निवासी सुंदर नगरी दिल्ली, शाकिर उर्फ सुलेमान पुत्र बदशाह निवासी धातरा हाथरस, विक्रम पुत्र जयप्रकाश निवासी जीडीए मार्किट अर्थला साहिबाबाद को गिरफ्तार किया गया है।

विक्रम दुपहिया वाहन का मिस्त्री है और शाकिर कबाड का काम करता है। पकड़े गए आरोपी दिल्ली, नोएडा, मेरठ, गाजियाबाद व आसपास के जनपदों में वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। चोरी के वाहन को ग्राम भोवापुर में बने गोदाम में लाकर एकत्रित करते थे। वहां वाहन को काटकर उनके पुर्जे अलग कर बेचते थे। जिनके पास से पांच बाइक, स्कूटी व मोपेड बरामद हुआ है। सैकड़ों वाहनों के पुर्जे मिले हैं। उन्होंने बताया आरोपित 1 हजार से अधिक वाहनों को चोरी कर उन्हें काट चुके है।

एसपी सिटी द्वितीय ने बताया कि आरोपियों ने ग्राम भोवापुर में ब्रह्म सिंह के मकान में गोदाम बनाया हुआ था। जहां वाहन को अंदर ले जाकर उसके पुर्जे अलग करते थे। गिरोह के दो साथी आकाश सिंह, काके व गोदाम मालिक ब्रहम सिंह पुत्र रामरिक सिंह निवासी भोवापुर फरार है। विक्रम और शाकिर पूर्व में वाहन चोरी की वारदातों में बुंलदशहर से जेल जा चुके है। काके की जेल में विक्रम से मुलाकात हुई थी। जेल से छूटने के पर दोनों ने वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देने शुरु कर दिया और पुर्जे बेचने का गिरोह बनाने के लिए अन्य सदस्यों को शामिल किया। पिछले करीब एक से गिरोह बनाकर चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे है। सीओ इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि आरोपी शातिर किस्म के है, जो कि वाहन के पुर्जे को अलग-अलग कर उन्हें कुछ कबाड़ में बेच देते थे और बाकि सामान दुपहिया वाहन के मिस्त्री को बेच देते थे। जिससे पुलिस उन्हें पकड़ न सके। बरामद पुर्जे किस वाहन के है, इसकी जांच की जा रही है।