आईटीएस मोहन नगर में 6वें रिसर्च कन्वेंशन का आयोजन

गाजियाबाद। मोहन नगर आईटीएस में शनिवार को टुवर्ड्स ए रेजिलिएंट इकोनॉमी डिजिटलाइजेशन, ट्रांसफॉर्मेशन एंड ग्रीन इनोवेशन विषय पर रिसर्च कन्वेंशन का शुभारम्भ संस्थान के चाणक्य ऑडिटोरियम में किया गया। इस कन्वेंशन में देश विदेश के कई प्रमुख व गणमान्य लोग सम्मिलित हुए। रिसर्च कन्वेंशन का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ. अमरेंद्र कठुआ, पूर्व उच्चायुक्त; पूर्व सचिव (एसए), विदेश मंत्रालय, भारत सरकार, मुख्य वक्ता सरस्वती वेंकटरमन,हवाई अड्डा निदेशक, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, हिंडन एयरपोर्ट गाजियाबाद, मुख्य वक्ता डॉ. सीएस महापात्र, अध्यक्ष प्रोफेसर,निवेशक शिक्षा और संरक्षण आईईपीएफ प्रमुख अध्यक्ष, नेशनल काउंसिल फॉर एप्लाइड एंड इकोनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर), आईटीएस-द एजुकेशन गु्रप के निदेशक (पीआर) सुरिंदर सूद, इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस के निदेशक डॉ वीएन बाजपेई एवं कन्वेंशन कन्वेनर डॉ राजीव जौहरी द्वारा पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलित कर के किया गया। उद्घाटन सत्र के दौरान सर्व प्रथम डॉ वीएन बाजपेई ने सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया।

साथ ही इस कन्वेंशन की प्रसंगिता पर प्रकाश डाला और डिजिटलीकरण, परिवर्तन और हरित नवाचार के द्वारा एक लचीली अर्थव्यवस्था के निर्माण पर जोर डाला। डॉ राजीव जौहरी ने समस्त कन्वेंशन कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। मुख्य अतिथि डॉ. अमरेंद्र कठुआ ने डेवलप्ड सस्टेनेबल ग्रोथ की परिकल्पना एवं इसमें डिजिटलीकरण की भूमिका पर विस्तार से वर्णन किया। मुख्य वक्ता सरस्वती वेंकटरमन सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों तथा इसके द्वारा दी जाने वाली समस्त सुविधाओ और दिशा निर्देश के बारे में बताया। द्वितीय मुख्य वक्ता डॉ. सीएस महापात्र ने काफी प्रभावी ढंग से प्रतिभागियों को उद्यमिता विकास के लिए प्रोत्साहित किया और सस्टेनेबल गोल्स के लिए उत्तरदायित्व से अवगत कराया।

आईटीएस के वाइस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने आयोजको के इस प्रयास की सराहना की साथ ही प्रतिभागियों से ऐसे अवसर पर आए हुए अतिथियों एवं वक्ताओं के ज्ञान एवं अनुभव से संपूर्ण लाभान्वित होने की लिए प्रेरित किया। चेयरमैन डॉ आरपी चड्ढा ने इस अवसर पर अपनी प्रसंनता व्यक्त की और सभी प्रतिभागियों एवं शिक्षको को कन्वेंशन की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी। कन्वेंशन को तीन पैनल चर्चा सत्रों में आयोजित किया गया। प्रथम सत्र एंटरप्रेन्योरशिप, इनोवेशन एंड स्टार्ट अप, कल्चर एंड सस्टेनेबिलिटी विषय पर आधारित था। जिसमे डॉ. एसपी शर्मा, मुख्य अर्थशास्त्री एवं उप. सचिव, पीएच डीसीसीआई, डॉ दिव्या सेठी, सलाहकार, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार, अरुणोदय बाजपेयी, मुख्य परिचालन अधिकारी, आईआईएम लखनऊ एंटरप्राइज इनक्यूबेशन सेंटर, हिमांशु सिंघल, सीईओ, एनएसयूटी आईआई एफ, नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन फाउंडेशन दिल्ली, सरिता शर्मा, संस्थापक एवं निदेशक, ऑरेंजस्टार लॉजिस्टिक्स प्रा. लिमिटेड, विकास मदान, निदेशक, ईडीएसओएल इंफॉर्मेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड ने चर्चा में भाग लिया।

द्वितीय ऑनलाइन सत्र टुवर्ड्स ए रेसिलियंट इकोनॉमी विषय पर आयोजित किया गया। इस सत्र में डॉ. मयंक सक्सैना, प्रो वाइस चांसलर,सेज यूनिवर्सिटी, इंदौर, मप्र, डॉ. संदीप पोद्दार, उप-कुलपति, लिंकन विश्वविद्यालय, मलेशिया, डॉ. देवेन्द्र के पांडा, प्रो वाइस चांसलर, मेडी-कैप्स यूनिवर्सिटी, इंदौर, मप्र, डॉ एमके वाजपेयी, कुलपति, सर पद्मावत सिंघानिया विश्वविद्यालय, उदयपुर , राजस्थान ने अपने अपने विचार प्रस्तुत किए। तृतीय ऑनलाइन सत्र सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स विषय पर आयोजित किया गया। जिसमे शिवानंद सलगामे,सह-संस्थापक व निदेशक, गुरु-जी लर्निंग लैब्स और संसृष्टि हेल्थ,डॉ. मसाकी मोरी,सह- प्राध्यापक, ईएचएल हॉस्पिटैलिटी बिजनेस स्कूल, लॉजेन, स्विट्जरलैंड,

मिस अमेलिया ब्रैंडाओ, निदेशक-अर्थशास्त्र और वित्त केंद्र, पोर्टो विश्वविद्यालय, पुर्तगाल, डॉ दिव्या शर्मा, सहायक संचालक, मत्स्य पालन मंत्रालय, पशुपालन और डेयरी, भारत सरकार, डॉ. भास्कर रॉय,उपाध्यक्ष, जेनपैक्ट, गुरुग्राम, डॉ रचना चौधरी,सह-संस्थापक, मीडिया वैल्यू वर्क्स एलएलसी यूएसए, संस्थापक एमवीडब्ल्यू, नेटवर्क इंटरनेशनल इंडिया ने विभिन्न आयामों पर चर्चा की। इस कन्वेंशन में समस्त एनसीआर क्षेत्र और नॉर्थ इंडिया के विभिन्न क्षेत्रों से प्रतिभागी सम्मिलित हुए और सभी विषयों पर व्यापक चर्चा की गई। सभी पैनल सत्र के अंत में प्रतिभागियों द्वारा पूछे सवालों के अतिथियों द्वारा उत्तर दिए गए। इस दौरान सभी प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।