कृषि विभाग दें किसानों को ऐसा ज्ञान, कम लागत में बढ़े पैदावार: राकेश कुमार सिंह

-किसानों से संबंधित सभी योजनाओं का वृहद स्तर पर प्रचार-प्रसार करने के दिए निर्देश

गाजियाबाद। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने जिले के किसानों से अपील की है कि पराली व अन्य फसलों के अपशिष्ट किसान न जलाए। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को लोनी क्षेत्र में विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने उप कृषि निदेशक राम जतन मिश्र, लीड बैंक मैनेजर हिमांशु शेखर तिवारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओम प्रकाश यादव, एससीडीआई सुमित पांडेय,सहायक आयुक्त रतिका गुप्ता, प्रबंधन निदेशक सुंदर चौहान, जिला कृषि अधिकारी विकास कुमार आदि अधिकारी एवं किसानों के साथ आत्मा गवर्निंंग बोर्ड बैठक एवं उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम के लक्ष्यों का आवंटन एवं अनुमोदन को लेकर बैठक की। बैठक में उप कृषि निदेशक राम जतन मिश्र ने आत्मा योजना के तहत वर्ष-2022-23 में कराए कार्य एवं वित्तीय वर्ष-2023-24 में प्राप्त लक्ष्यों के आवंटन के बारे में विस्तृत रूप से अवगत कराया। कृषि वैज्ञानिक डॉ. प्रमोद कुमार द्वारा एक्सपोजर विजिट मद में बकरी पालन के लिए 20 किसानों के भ्रमण के लिए लक्ष्य कृषि विज्ञान केंद्र को आवंटन करने का अनुरोध किया गया।

जिला उद्यान अधिकारी निधि ने अवगत कराया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत लघु और सीमांत किसानों को स्प्रिंकलर सेट पर 90 प्रतिशत अनुदान पर वितरण किया जा रहा हैं। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों और किसानों को निर्देशित किया कि योजना का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कर किसानों को लाभान्वित किया जाए। कृषि एवं सहयोगी विभागों को प्रदर्शन मद में 13-13 प्रदर्शनों एवं पंपलेट में 10-10 हजार रुपए का लक्ष्य आवंटित किया गया।इनके बिल व वाउचर्स उप कृषि निदेशक कार्यालय में उपलब्ध कराएंगे। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि आत्मा योजना के तहत प्रदर्शन के कार्य कम उत्पादकता वाली ग्राम पंचायतों को ध्यान में रखते हुए कराए जाए। इसमें अधिक से अधिक किसानों को ऐसे प्रदर्शनों को अवश्य दिखाया जाए। उन्नत तकनीक एवं कृषि की नवीन विधियों की जानकारी प्राप्त करने के लिए किसानों को भारत सरकार के संस्थानों का भी भ्रमण कराया जाए।

उन्होंने पराली प्रबंधन के संबंध में किसानों से अपील की कि पराली के साथ-साथ अन्य कृषि अपशिष्ट को न जलाया जाए। उन्होंने कृषि विभाग को लोनी क्षेत्र में विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उत्पादन अधिक और कम उत्पादन वाले ग्राम पंचायत और न्याय पंचायतों का चयन किया जाए।उत्पादन वाले क्षेत्रों में कृषि करने के नई—नई तकनीक से किसानों को जागरूक किया जाए। ताकि किसान कम खपत में ज्यादा पैदावार करते हुए अपने खेतों को उपजाऊ बनाते हुए उनमें नई जान डाल सकते हैं। बैठक में किसानों ने बताया कि पहले हम बीज भी ज्यादा बोते थे और खाद भी ज्यादा डालते थे। लेकिन पैदावार निरंतर कम होती जा रही थी।

कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा दिए गए तरीके से खेती करने के बाद हम बीज भी कम बोते हैं और खाद भी कम डालते हैं। 40 प्रतिशत कम खाद के बाद पैदावार लगभग दोगुनी हो गई हैं।  जिलाधिकारी ने सभी किसानों से अपील करते हुए कहा कि जिस प्रकार कृषि विभाग द्वारा बताई तकनीक से फायदा पहुंचा हैं,उसी प्रकार अन्य किसानों को भी फायदा पहुंचाने का कार्य करें।जिससे हर किसान समृद्ध हो पाएगा। जिलाधिकारी ने किसानों से संबंधित सभी योजनाओं को वृहद स्तर पर प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। ताकि पात्र किसानों को योजनाओं का लाभ मिल सकें।